- संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में शास्त्री द्वितीय व तृतीय तथा आचार्य चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं की बनी रूपरेखा

- इस वर्ष भी अनिवार्य अंग्रेजी व पर्यावरण की परीक्षा न कराने का निर्णय, मध्यमा स्तर की परीक्षाएं निरस्त

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दिनों के अंदर परीक्षाएं खत्म कर लेने का लक्ष्य रखा गया

संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के शास्त्री-आचार्य की परीक्षाएं 29 जुलाई से होंगी। शास्त्री द्वितीय व तृतीय तथा आचार्य चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं दस दिनों के भीतर खत्म कर लेने का लक्ष्य रखा गया है।

कुलपति प्रो। हरेराम त्रिपाठी की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई परीक्षा समिति की बैठक प्रश्नपत्रों के प्रारूप में भी परिवर्तन करने का निर्णय लिया गया है ताकि डेढ़ घंटे के भीतर परीक्षार्थी सवालों का उत्तर दे सकें। इसके तहत प्रश्नों की संख्या कम करने पर सहमति बनी है। वहीं कोरोना महामारी को देखते हुए इस वर्ष भी अनिवार्य अंग्रेजी व पर्यावरण की परीक्षा न कराने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा मध्यमा स्तर की परीक्षाएं निरस्त कर दी गई है। सूबे के बाहर विश्वविद्यालय अब भी मध्यमा स्तर की परीक्षा कराता है। बैठक में परीक्षा नियंत्रक विशेश्वर प्रसाद, प्रो। जितेंद्र कुमार, प्रो। सुधाकर मिश्र, प्रो। महेंद्र पांडेय, प्रो। रमेश प्रसाद, सिस्टम मैनेजर विजय मणि त्रिपाठी सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।