वाराणसी (ब्यूरो)आखिरी चरण में पूर्वांचल के नौ जिलों में मतदान सम्पन्न हो गया, लेकिन सबसे चर्चित वाराणसी ही हैयहां की हर सीट पर जीत-हार को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैंबनारस की अडिय़ों से लेकर गलियों में भी मंथन का दौर शुरू हो गयाइन सब के बीच शिवपुर के वोटरों ने हैट्रिक लगाकर सभी सात सीटों पर पीछे छोड़ते हुए रिकार्ड वोट कियाशिवपुर में 63.48 प्रतिशत हुआ। 2017 में 67.42 प्रतिशत और 2012 में 62.99 वोटिंग हुई थी, जो वाराणसी की आठ सीटों पर सर्वाधिक रहा

सबसे पीछे कैंट

कैंट सीट पर पिछले तीस साल से एक ही परिवार का कब्जा हैइस बार भी भाजपा ने उसी परिवार से सीटिंग विधायक सौरभ श्रीवास्तव को प्रत्याशी बनाया हैकांग्रेस ने पूर्व सांसद राजेश मिश्रा तो सपा ने पूजा यादव को उतारा हैइन प्रत्याशियों के आने से उम्मीद थी कि इस बार वोट प्रतिशत बढ़ेगा, लेकिन सोमवार को सम्पन्न हुए चुनाव में वोटिंग में कैंट सबसे पीछे रहायहां 51.35 वोटरों ने मताधिकार का प्रयोग किया, जबकि 2017 में 58.61 और 2012 में 51.72 वोटिंग प्रतिशत रहायानी पिछले दो विधानसभा चुनाव से भी इस बार वोट प्रतिशत कम रहा

अजगरा दूसरे व सेवापुरी तीसरे नंबर पर

सरकार चुनने में शहर से ज्यादा ग्रामीण वोटर आगे दिखेशिवपुर के साथ बाद वोटिंग प्रतिशत में दूसरे नंबर पर अजगरा और तीसरे नंबर पर सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र है, जो ग्रामीण क्षेत्र में आते हैंनिर्वाचन आयोग के अनुसार अजगरा में 61.82 और सेवापुरी में 61.72 प्रतिशत वोटरों ने मतदान किया, लेकिन पिंडरा के वोटर में उत्साह कम दिखायहां वोटिंग प्रतिशत 57.84 रहा.