एसटीएफ ने घेरा तो कारबाइन से की फायरिंग
नरोत्तमपुर निवासी मनीष की तलाश में एसटीएफ लगातार दबिश दे रही थी । एक-दो मौके जरूर मिले, लेकिन वह हाथ नहीं आया। एसटीएफ की स्थानीय इकाई के एएसपी विनोद कुमार सिंह को सोमवार को खबर मिली कि मनीष बनकट रेलवे फाटक के पास है। इस पर तत्काल उसकी घेराबंदी की गई। खुद को घिरता देख मनीष ने कारबाइन से फायरिंग शुरू कर दी। एसटीएफ के डीएसपी शैलेंद्र प्रताप सिंह, इंस्पेक्टर अमित श्रीवास्तव व पुनीत परिहार सहित टीम में शामिल अन्य पुलिसकर्मियों ने खुद को बचाते हुए जवाबी कार्रवाई की, जिसमें एक गोली मनीष के सीने में जा लगी और वह मारा गया.
डबल मर्डर के बाद हुआ था दो लाख का इनाम
जैतपुरा थाना क्षेत्र के चौकाघाट इलाके में 28 अगस्त-2020 को हिस्ट्रीशीटर अभिषेक सिंह प्रिंस सहित दो लोगों की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके साथ अभिषेक के एक दोस्त की हत्या का प्रयास किया गया था। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से शूटर मनीष सिंह सोनू की पहचान हुई तो उस पर घोषित इनाम की राशि नौ मार्च 2021 को एक लाख से बढ़ाकर दो लाख रुपये कर दी गई। सितंबर 2020 में मनीष का नाम मीरजापुर के चुनार स्थित एक निजी कंपनी के अधिकारी की हत्या व रंगदारी मांगने के मामले में भी सामने आया था। अप्रैल-2021 में जमीन कारोबारी व कांग्रेस नेता नारायण दत्त तिवारी की गोली मारकर हत्या करने वाले शूटर के रूप में मनीष चिह्नित किया गया। मई 2021 में कपसेठी के एक पेट्रोल पंप संचालक से 10 लाख रुपये रंगदारी मांगने में भी नाम आया। इस वारदातों के चलते पुलिस व एसटीएफ उसके पीछे हाथ धोकर पड़ी थी। एसटीएफ के अधिकारी के मुताबिक मनीष इंटरनेट कॉलिंग का उपयोग करता था.
तो बुलडोजर बाबा के लगे नारे
मुठभेड़ में मनीष के मारे जाने की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे मनीष के हाथों मारे गए एनडी तिवारी के भाई डीपी तिवारी व अन्य ने एसटीएफ के अधिकारियों को बधाई दी। इस दौरान बुलडोजर बाबा व एसटीएफ के अधिकारियों की जिंदाबाद के नारे भी