वाराणसी (ब्यूरो)दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने स्टिंग के जरिए सफाई कर्मचारियों से एक-एक हजार रुपये अवैध वसूली का मामला उजागर किया थाइस अवैध वसूली को दस्तूरी का नाम दिया गया हैसोमवार के एडिशन में नगर निगम में दस्तूरी का दाग शीर्षक से खबर भी प्रकाशित की गईइसका संज्ञान नगर आयुक्त प्रणय सिंह ने लियाउन्होंने तत्काल नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉएनपी सिंह से जानकारी मांगीनगर स्वास्थ्य अधिकारी ने दस्तूरी वसूलने के आरोप में सफाई एवं खाद्य निरीक्षक दिवाकर पांडेय को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए दो घंटे में जवाब मांगाजवाब आते ही उन्होंने नगर आयुक्त को भेज दिया

इंस्पेक्टर ने अपना पक्ष रखा

खोजवां के सफाईकर्मियों ने सफाई सबजोन खोजवा के सफाई एवं खाद्य निरीक्षक दिवाकर पांडेय पर दस्तूरी वसूलने का आरोप लगाया हैइसके आलोक में नगर स्वास्थ्य अधिकारी डाएनपी ङ्क्षसह ने सोमवार को दिवाकर पांडेय को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए दो घंटे में जवाब मांगा थाडाएनपी ङ्क्षसह ने बताया कि डादिवाकर पांडेय ने अपना पक्ष दे दिया है, जिसे आगे की कार्रवाई के लिए प्रेषित कर दिया गया है.

दस्तूरी में कई और नाम

नगरीय सीमा क्षेत्र में शामिल शहरी गांवों की सफाई के लिए आउटसर्सिंग पर लगभग 900 सफाई कर्मचारियों को रखा गया हैपिछले दस महीने से इन कर्मचारियों से हर महीने प्रति कर्मचारी एक-एक हजार रुपये अवैध वसूली होती हैइसे नगर निगम की भाषा में दस्तूरी कहा जाता हैदस्तूरी में सुपरवाइजर, इंस्पेक्टर समेत तमाम लोग लिप्त हैंइसका विरोध करने पर सफाईकर्मी शिवकुमार का वेतन रोक दिया गयाशिवकुमार समेत तमाम सफाई कर्मचारियों ने शिकायती पत्र नगर आयुक्त को सौंपाइसमें खोजवां के सफाई एवं खाद्य निरीक्षक दिवाकर पांडेय पर वसूली का आरोप लगा था, लेकिन दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के स्टिंग में दिवाकर पांडेय के अलावा कई इंस्पेक्टर व सुपरवाइजर के नाम भी सामने आए

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेते हुए तत्काल खोजवां इंस्पेक्टर दिवाकर पांडेय को कारण बताओ नोटिस जारी किया गयाजवाब आते ही आगे की कार्रवाई के लिए प्रेषित कर दिया गया हैदस्तूरी में जो लिप्त होगा, उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.

-डाएनपी सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी