-कामर्शियल वेबसाइट से ऑनलाइन खरीदारी करने वाले हो गए ठगी का शिकार

- डिलीवरी के लिए ले जाते समय फोन गिर गए थे, पुलिस ने कराया वापस

-एसीपी कैंट ने की टीम गठित, थाने की पुलिस और सर्विलांस टीम के प्रयास से मिली बड़ी सफलता

- गायब हुई 20 मोबाइल में 17 मोबाइल फोन पुलिस ने किए बरामद

शहर में इन दिनों ठगों ने लोगों को फंसाने के लिए ऑनलाइन जाल फेंका हुआ है। ऐसे में सावधान रहें, खासकर ओएलएक्स पर मोबाइल खरीदने से पहले, नहीं तो आप भी ठगों के जाल में फंस सकते हैं। वे आपको चोरी का माल थमा देंगे। सोमवार को कमिश्नरेट के मंडुआडीह थाने में एक ऐसा ही मामला सामने आया। जिसके बाद एसीपी कैंट अभिमन्यु मांगलिक के निर्देशन में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी। पुलिस ने गायब हुए 20 मोबाइल फोन में से 17 मोबाइल फोन बरामद कर उनके मालिक को सिपुर्द कर दिया।

कैसे गायब हुए मोबाइल

बंशीधर बगीचा शिवदासपुर से पिछले 25 फरवरी को एक मिनी ट्रक से एक बॉक्स में 20 एंड्रायड मोबाइल व अन्य सामान लादकर डिलीवरी के लिए जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही कहीं मोबाइल का बॉक्स गिर गया। इसकी गुमशुदगी आशुतोष कुमार श्रीवास्तव ने मंडुआडीह थाने में दर्ज कराई गई थी। गायब मोबाइल की बरामदगी के लिए एसीपी कैंट अभिमन्यु मांगलिक के निर्देशन व थाना प्रभारी मंडुआडीह परशुराम त्रिपाठी के नेतृत्व में एसआई अश्वनी राय व कांस्टेबल रामानंद व मोहित मीणा को लगाया गया था।

कई शहरों में प्रयोग

पुलिस ने गायब मोबाइल फोन के आइएमईआइ नंबर को सर्विलांस पर रखा तो पता चला कि उसके उपयोग करने वाले लोगों ने मोबाइल फोन को ऑनलाइन कामर्शियल वेबसाइट ओएलएक्स के माध्यम से खरीदा था। सर्विलांस टीम द्वारा पता लगाया गया कि प्रयागराज, कौशांबी व प्रतापगढ़ जनपदों में वह मोबाइल प्रयोग में है। पता चला की मोबाइल फोन का बिल फर्जी है। किसी अज्ञात ने डिलीवरी कर रुपये भी ले लिए थे।

मोबाइल लौटा दिया

पुलिस ने बताया कि जब इस बात की जानकारी मोबाइल उपयोग करने वालों को दी गई तो वे अवाक रह गए। हालांकि उन्होंने पुलिस का सहयोग करते हुए मोबाइल लौटा दिया और अपने ठगे जाने की बात बताई। 20 मोबाइल में बरामद किए गए 17 मोबाइल को एसीपी ने उक्त मोबाइल के मालिक को सौंप दिया। बाकी तीन मोबाइल की बरामदगी शेष है, जिसके लिए पुलिस टीम प्रयासरत है।

कोट

पीडि़त ने पुलिस को सूचना दी थी कि उसकी नई मोबाइल रास्ते में कहीं गिर गई है। स्थानीय पुलिस और सर्विलांस टीम को एक्टिव कर मोबाइल का पता लगाया गया। इसके बाद उन्हें पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी गई। सभी ने पुलिस का सहयोग किया और मोबाइल को वापस किया। सामान की ऑनलाइन खरीदारी को लेकर सावधान रहने की आवश्यकता है।

-अभिमन्यु मांगलिक, एसीपी कैंट