नये शस्त्र लाइसेंस और नवीनीकरण की प्रक्रिया हुई सख्त

पहले एसपी सिटी और एसपी ग्रामीण की रिपोर्ट पर जारी होते थे लाइसेंस

अब शस्त्र लाइसेंस में फर्जीवाड़ा नहीं चलेगा। डीएम ने शस्त्र लाइसेंस की जांच प्रक्रिया में बदलाव किया है। अब एसएसपी के कार्यालय से होकर आने वाले आवेदनों पर ही शस्त्र लाइसेंस जारी करने पर विचार किया जाएगा। इसके अलावा डीएम ने सर्किल मजिस्ट्रेट को भी सतर्क किया और आदेश करने से पहले पुलिस रिपोर्ट की गहनता से जांच करने का निर्देश दिया है।

600 पेंडिंग आवेदनों को लौटाया

फर्जी पुलिस रिपोर्ट और ट्रेजरी चालान के माध्यम से मुख्तार अंसारी के करीबी

मेराज के शस्त्र लाइसेंस का नवीनीकरण कराने का मामला सामने आने के बाद अफसरों की किरकिरी हुई थी। नये शस्त्र लाइसेंस और नवीनीकरण के लिए कार्यालय में आए सभी आवदेनों पर सवाल खड़ा कर दिया। डीएम ने 600 से अधिक पेंडिंग शस्त्र लाइसेंस के आवेदनों को संबंधित थानों के पास दोबारा जांच के लिए लौटा दिया है। पहले एसपी सिटी व एसपी ग्रामीण की रिपोर्ट पर शस्त्र लाइसेंस जारी होता था, लेकिन अब एसएसपी के हस्ताक्षरित आवेदनों पर शस्त्र लाइसेंस जारी करने पर विचार होगा।

गहनता से जांच का निर्देश

डीएम ने थानावार आवेदन लौटाने के साथ सभी सर्किल मजिस्ट्रेटों को सतर्क रहने को कहा है। शस्त्र लाइसेंस में फर्जी ट्रेजरी चालान और पुलिस रिपोर्ट के फर्जीवाड़े का खुलासा होने का हवाला देते हुए डीएम ने आदेश करने से पहले पुलिस रिपोर्ट की गहनता से जांच करने को कहा है। सर्किट मजिस्ट्रेट को अर्लट किया कि ऐसा न हो कि फर्जी रिपोर्ट पर आदेश हो जाए।

एसएसपी ने भी सख्ती बढ़ाई

शस्त्र लाइसेंस में फर्जी ट्रेजरी चालान और पुलिस रिपोर्ट के फर्जीवाड़े का खुलासा होने पर एसएसपी अमित पाठक ने भी जांच प्रक्रिया में सख्ती बढ़ा दी। डीएम को भेजे पत्र में एसएसपी ने कहा कि शस्त्र लाइसेंस से जुड़े आवेदनों के लिए संबंधित थाने से उनके कार्यालय तक अलग से रजिस्टर बनाए जाएंगे। स्थानीय पुलिस गहनता से जांच करने के बाद ही लाइसेंस के लिए रिपोर्ट लगाएगी।

एसएसपी के स्तर से जाएगी रिपोर्ट

डीएम ने छह माह से अधिक समय से लंबित 323 नए लाइसेंस के आवेदन लौटाए। इसके अलावा सीमा विस्तार, बाहर के शस्त्र दर्ज करने व नए लाइसेंस के आवेदन भी वापस किए। लाइसेंस नवीकरण आवेदन में जैतपुरा थाने से फर्जी रिपोर्ट लगने का मामला उजागर होने पर एसएसपी अमित पाठक ने डीएम को पत्र लिखकर बताया था कि अब उनके स्तर से शस्त्र लाइसेंस के आवेदन जाएंगे।

-56

बाहर से आए दर्ज होने शस्त्र लाइसेंस

-37

सीमा विस्तार शस्त्र लाइसेंस

-251

नए शस्त्र लाइसेंस के आवेदन फार्म

-323

छह माह से अधिक समय वाले शस्त्र लाइसेंस आवेदन फर्म

-5 आवेदन शस्त्र लाइसेंस के लिए औसतम हर दिन आते हैं कलेक्ट्रेट में

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने किया था सिंडिकेट का खुलासा

फर्जी चालान व अन्य डाक्यूमेंट के सहारे शस्त्र लाइसेंस दिलाने का सिंडिकेट काफी बड़ा है। इसका खुलासा दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने किया था। 19 अक्टूबर के अंक में 'चुटकियों में बन जाता था चालान' हेडिंग से प्रकाशित खबर में सिंडिकेट कैसे काम करता है। डीएम और एसएसपी ने संज्ञान लेते हुए नयी व्यवस्था लागू की।

वर्जन

फर्जी पुलिस रिपोर्ट पर लाइसेंस के नवीकरण का मामला संज्ञान में आने पर नियम में बदलाव किया गया है। एसएसपी की संस्तुति पर लाइसेंस जारी किए जाएंगे। ऐसे में आवेदन थानों को लौटाए गए हैं।

-कौशल राज शर्मा, डीएम