-15वें वित्त आयोग के बजट से 135 लीटर प्रति व्यक्ति पानी देने की कवायद में जुटा जलकल

-पैसे लेने के एवज में बेहतर नागरिक सुविधाएं देना अनिवार्य

पानी की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए राहत भरी खबर है। नगर विकास विभाग ने वाराणसी के शहरी इलाकों में हर दिन हर व्यक्ति को 135 लीटर पानी देने की योजना बनाई है। इसके लिए नगर निगम से प्रपोजल मांगा गया है। हालांकि अभी नगर निगम सीमा क्षेत्र में 70 से 85 लीटर प्रतिदिन प्रति व्यक्ति पानी की आपूर्ति हो रही है। वर्तमान में बनारस में 300 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रति दिन) सप्लाई होता है, जिसमें गंगा से 147 एमएलडी और ट्यूबवेल व टैंक से 155 एमएलडी वाटर मिला है। शहर में प्रतिदिन 27 करोड़ लीटर पानी की जरुरत है, लेकिन 22 करोड़ लीटर ही आपूर्ति हो पाती है।

मानक करना होगा दूर

केंद्रीय शर्तो के अनुसार पैसे लेने के एवज में बेहतर नागरिक सुविधाएं देना अनिवार्य है। इसी को लेकर पहले चरण में 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहर वाराणसी में इसे लागू करने की तैयारी शुरू हो गई है। नगर निगम से प्रस्ताव मांगा गया है कि मानक के अनुसार देने के लिए अब तक उनकी क्या तैयारी है। मानक के अनुसार पानी देने में कितना समय लगेगा और खर्च कितना आएगा। नगर निगम से प्रस्ताव मिलने के बाद उन्हें 15वें वित्त आयोग से जरूरत के आधार पर बजट उपलब्ध कराया जाएगा।

पानी के वैकल्पिक स्त्रोत तलाशने होंगे

नगर विकास विभाग ने यह भी कहा है कि अगर नगर निगम वाराणसी के पास पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं है तो उन्हें इसके वैकल्पिक स्त्रोत तलाशने होंगे। उदाहरण के लिए पानी लाने के लिए कितनी दूरी तक पाइप लाइन डाली जाएगी। इसके अलावा भी अन्य विकल्पों के बारे में सुझाव मांगे गए हैं।

सीवर के साथ सेप्टिक टैंक की सफाई

इसके साथ ही इन नगर निगम में बेंच मार्ग के मुताबिक सीवर के साथ सेप्टेज यानी सेप्टिक टैंक की सफाई की व्यवस्था भी करानी होगी। इसके लिए उन्हें पर्याप्त मात्रा में सफाई मशीन के इंतजाम करने होंगे। शहर के सभी क्षेत्रों में सीवर की व्यवस्था न होने की वजह से लोग सेप्टिक टैंक भी बनवाकर काम चलाते हैं। इसलिए इसकी सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

शहर के हर व्यक्ति प्रतिदिन 135 लीटर पानी उपलब्ध कराने की कवायद शुरू हो गई है। शहरवासियों को पानी की भरपूर मात्रा देने के लिए नलकूपों और रैनीवेल से पानी की मात्रा बढ़ाई जाएगी। वर्तमान में शहरी क्षेत्र में 215 ट्यूबवेल और 50 से अधिक ओवरहेड टैंक है। जरूरत पड़ने पर इनकी संख्या बढ़ाई भी जाएगी।

ये मानक करना होगा पूरा

-प्रति व्यक्ति प्रतिदिन जलापूर्ति के साथ पाइपलाइन से 100 फीसदी घरों को जोड़ना

-जल संशोधन से खराब होने वाले पानी में कमी लाना, सीवरेज व्यवस्था से आबादी को जोड़ना

प्रति व्यक्ति पानी खपत का आंकड़ा

-स्नान में करीब 55 लीटर पानी की जरूरत होती है।

-टॉयलेट के लिए 30 लीटर

-कपडे़ धोने के लिए 20 लीटर

-घर साफ करने के लिए 10 लीटर

-बर्तन साफ करने के लिए 10 लीटर

-खाना पकाने के लिए 5 लीटर

-पीने के लिए भी 5 लीटर पानी की

-215 ट्यूबवेल हैं शहर में

-50 से अधिक ओवरहेड टैंक

-54 हजार लोगों को अमृत योजना के तहत कनेक्शन देना

-27 हजार से अधिक लोगों को अब तक अमृत योजना के तहत कनेक्शन मिला है।

-70 से 85 लीटर प्रतिदिन प्रति व्यक्ति पानी की आपूर्ति हो रही है।

-300 से अधिक एमएलडी वॉटर का प्रोडक्शन होता है

-147 एमएलडी वॉटर गंगा से मिला

-155 एमएलडी वाटर ट्यूबवेल व टैंक से मिला है।

-27 करोड़ लीटर पानी की प्रतिदिन जरुरत है।

-22 करोड़ लीटर ही आपूर्ति प्रतिदिन हो पाती है।