-संस्कृत यूनिवर्सिटी सेंट्रल ऑफिस के गेट पर तालाबंदी कर किया प्रदर्शन

हॉस्टल खाली कराने के विरोध में संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स बुधवार को सेंट्रल ऑफिस पर तालाबंदी कर धरने पर बैठ गए। इस दौरान छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। छात्रों के आक्रोश को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन को पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी। वहीं छात्र अपनी मांग को लेकर अड़े रहे। छात्रों का कहना था कि 10 सितंबर से एनसीसी व 16 सितंबर से शास्त्री आचार्य की कक्षाएं शुरू होने जा रही हैं। इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर आदेश भी जारी हो चुका है। वहीं दूसरी ओर छात्रों से हॉस्टल खाली कराए जा रहे हैं, यदि छात्रावास खाली करा दिया गया तो दूर दराज से आकर विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों के सामने रहने की समस्या खड़ी हो जाएगी। कहा कि पढ़ने वाले लड़कों को परिसर से बाहर किराये का मकान भी जल्दी नहीं मिलता। ऐसे में जिन कक्षाओं की क्लास शुरू हो गई हैं, उन कक्षाओं के छात्रों से छात्रावास खाली कराने का कोई औचित्य नहीं हैं।

13 अगस्त को परीक्षा समाप्त

इधर, विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि शास्त्री-आचार्य की परीक्षाएं 13 अगस्त को ही समाप्त हो चुकी हैं। इसे देखते हुए छात्रों को छात्रावास खाली करने के लिए कई बार निर्देश दिया गया, इसके बावजूद छात्र हॉस्टल में जमे हुए हैं। जब तक छात्रावास खाली नहीं होगा, तब तक एडमिशन लेने वाले नये छात्रों को हॉस्टल का आवंटन नहीं किया जा सकता। नए सिरे से आवंटन करने के लिए ही छात्रावास खाली कराए जा रहे हैं।

वहीं चीफ प्राक्टर प्रो। शैलेश मिश्र आंदोलनरत छात्रों को समझाने में जुटे रहे। धरना प्रदर्शन में छात्रसंघ अध्यक्ष कृष्ण मोहन शुक्ला, पुस्तकालय मंत्री आशुतोष द्विवेदी, मिथिलेश कुमार मिश्र, रंजीत तिवारी, राहुल शुक्ल, गौरव मिश्र, अभिभान शुक्ल साहित अन्य लोग शामिल रहे।