- डैंजर जोन में है शहर के हर इलाके का वायु प्रदूषण लेवल

शहर के सभी वार्डो में नगर निगम की ओर से नियमित सफाई अभियान चलाया जाता है। बावजूद इसके वाराणसी की सेहत में कोई सुधार नहीं हो रहा है। यहां की आबोहवा लगातार दूषित मिल रही है। सड़कों पर लगातार गाडि़यों की रेलमपेल रहती है, जिसके काले धुएं ने शहर का दम फुला दिया है। शहर का कोई भी स्थान ऐसा नहीं है, जहां का एक्यूआई मानक के अनुसार मिला। हालांकि सुबह शहर में धुंध छाया रहा। दोपहर में हल्की धूप निकलने की वजह से लोगों को थोड़ी राहत मिली, लेकिन प्रदूषण का स्तर कम नहीं दिखा। हवा में धूल के सूक्ष्म कण पीएम-10 और धूल के अति सूक्ष्म कण पीएम 2.5 का दिनभर में न्यूनतम स्तर भी खराब और बेहद खराब श्रेणी में 132 और 315 दर्ज किया गया।

मानक

पीएम-10 का 100

पीएम 2.5 का 60

एक्यूआई का 80

मालवीय चौराहा, लंका

समय : दोपहर 3 बजे

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम क्लाइमेट एजेंडा टीम के साथ सबसे पहले लंका पहुंची। जहां पर संस्था ने प्रदूषण लेवल नापने वाले एक्यूपमेंट से एक्यूआई नापी। जहां की स्थिति खराब श्रेणी में पाई गई। एक्यूपमेंट में लंका की एक्यूआई 323 दर्ज की गई, जो सामान्य से बहुत ज्यादा है। इसी तरह पीएम-2.5 147 और पीएम-10 315 दर्ज किया गया।

रथयात्रा चौराहा, महमूरगंज

समय : दोपहर 3.20 बजे

लंका के बाद टीम रथयात्रा चौराहा पहुंची। संस्था ने एक्यूआई नापी तो यहां की स्थिति भी खराब श्रेणी में पाई गई। एक्यूपमेंट के अनुसार रथयात्रा की एक्यूआई 321 दर्ज की गई, जो सामान्य से बहुत ज्यादा है। इसी तरह पीएम-2.5 142 और पीएम-10 309 दर्ज किया गया।

गोदौलिया चौराहा

समय : दोपहर 3.45 बजे

रथयात्रा के बाद टीम शहर के सबसे व्यस्त गोदौलिया चौराहा पहुंची। जहां पर निर्माण चल रहा था। इसी बीच संस्था ने एक्यूआई नापी तो यहां की स्थिति लंका और रथयात्रा से थोड़ी अच्छी मिली। रथयात्रा की एक्यूआई 302 दर्ज की गई, जो सामान्य से बहुत ज्यादा है। इसी तरह पीएम-2.5 125 और पीएम-10 280 दर्ज किया गया।

लहुराबीर चौराहा

समय : दोपहर 4.15 बजे

गोदौलिया के बाद टीम शहर के मध्य लहुराबीर चौराहा पहुंची। जहां पर वाहनों की आवाजाही लगातार जारी रही। संस्था ने एक्यूआई नापी तो एक्यूआई काफी खराब पाई गई। एक्यूमेंट के अनुसार लहुराबीर एक्यूआई 308 दर्ज की गई, जो सामान्य से बहुत ज्यादा है। इसी तरह पीएम-2.5 133 और पीएम-10 284 दर्ज किया गया।

कचहरी चौराहा

समय : दोपहर 4.30 बजे

लहुराबीर के बाद टीम अपने आखिरी प्वाइंट कचहरी चौराहा पहुंची। जहां पर वकीलों के घर जाने का सिलसिला दिखा। संस्था ने एक्यूआई नापी तो एक्यूआई काफी खराब पाई गई। एक्यूमेंट के अनुसार यहां एक्यूआई 315 दर्ज की गई, जो सामान्य से बहुत ज्यादा है। इसी तरह पीएम-2.5 132 और पीएम-10 277 दर्ज किया गया।

प्रदूषण की पांच प्रमुख वजह

- शहर में हर इलाके में जाम लगना

- गाडि़यों से निकलने वाले धुएं

- कंस्ट्रक्शन वर्क चलने के कारण

- खटरा गाडि़यों से निकलने वाला धुंआ

- शहर में हरियाली की बेहद कमी

स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर के 15 चौराहों पर प्रदूषण मापने की सेंसर आधारित मशीन नवम्बर 2019 में लगाई गई। साथ ही इन 15 चौराहों पर डिस्प्ले बोर्ड भी लगाए गए, जिसके माध्यम से रोजाना वायु गुणवत्ता आंकड़े आम जनता के बीच दर्शाया जाना था, लेकिन ऐसा होता नहीं है। इसके चलते आम जनता, खास तौर पर सांस संबंधी मरीजों, बच्चों और बुजुर्गो को प्रदूषित हवा में सांस लेना मजबूरी बन गई है। निगम प्रशासन का वायु गुणवत्ता के आंकड़े छिपाना आम जनता की सेहत के साथ खिलवाड़ है।

-एकता शेखर

मुख्य अभियानकर्ता

क्लाइमेट एजेंडा