देश-दुनिया में फैले कोरोना वायरस से हर कोई डरा हुआ है। इससे बचने के लिए लोगों ने खुद को होम क्वारंटाइन कर लिया है। अपनी जरूरत पर ही घरों से बाहर निकल रहे हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इस संकट और संक्रमण के दौर में अपनी सेफ्टी को ताक पर रखते हुए जनता के लिए सड़कों पर घूम रहे हैं। आईसोलेशन वॉर्ड और क्वारंटाइन सेंटरों में लोगों की जरूरत पूरी कर रहे हैं। आम पब्लिक की सेफ्टी के लिए हर जतन कर रहे हैं। सुबह से दोपहर, दिन से शाम और शाम से रात कब हो जा रही है पता ही नहीं चलता। हम बात कर रहे हैं प्रशासन, पुलिस, नगर निगम और हेल्थ के चीफ ऑफिसर की। हम आपकी मुलाकात कुछ ऐसे ही लोगों से करवा रहे हैं, जो हैं कोरोना के दौर के असली हीरो।

इस पर डीजे आईनेक्स्ट के रिपोर्टर विनोद शर्मा ने आला अधिकारियों की बातचीत की।

बेबी से बना दिया डिस्टेंस

नगर आयुक्त गौरांग राठी कहते हैं कि कोरोना संक्रमण का दौर मेरे जीवन का सबसे भावुक और कठिन समय है। मेरा तीन महीने का बेटा है, जिसे मैं चाहकर भी प्यार नहीं कर पाता हूं। दूर से ही देखकर मुस्कुरा लेता हूं। बच्चे की वजह से बाहर और घर के अंदर बहुत केयर करना पड़ता है। दिन में पूरा वक्त फील्ड में भ्रमण, निरीक्षण, वार रूम की मानीटिरिंग करने में ही स्पेंड हो जाता है। संक्रमण से सेफ्टी के लिए हर वक्त माक्स लगाये रहता हूं। आवास पर आते ही सबसे पहले स्नान करता हूं और कपड़े बदलकर ही अंदर जाता हूं। लोगों से दूरी बनाकर रखता हूं।

तीन घंटे बढ़ा दिया एक्साइज

एसएसपी प्रभाकर चौधरी बताते हैं कि कोरोना संक्रमण से खुद को सेफ रखना किसी चुनौती से कम नहीं है। इससे लड़ने के लिए अधिक से अधिक इम्युनिटी पॉवर की जरूरत होती है। इसलिए मैंने तीन घंटे एक्सरसाइज बढ़ा दिया है। सुबह तीन घंटे और शाम को तीन घंटे एक्सरसाइज करता हूं। लॉकडाउन के चलते रनिंग नहीं कर पाता हूं। डाइट पर भी विशेष फोकस रहता है। फील्ड में माक्स लगाये रहता हूं और लगातार हाथों को सेनेटाइज करता हूं। घर आने पर पहले खुद को सेनेटाइज करने के बाद सीधे बाथरूम में जाकर स्नान करता हूं। इसके बाद ही परिवार के बीच में पहुंचा हूं।

सोशल डिस्टेंसिंग ही बचाव

सीएमओ डॉ। वीबी सिंह कहते हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ही कोरोना से बचाव है। मेरा तो अक्सर डीडीयू हॉस्पिटल, क्वारंटाइन सेंटर, बीएचयू, सीएचसी शिवपुर पर विजिट रहता है। ग्लब्स, माक्स और सिर को कपड़े से ढककर रखता हूं। वैसे तो मेरा अधिकतर वक्त बाहर ही बितता है। रात में आवास पर आते ही सबसे पहले सेनेटाइज करता हूं। इसके बाद शूज उताकर सीधे बाथरूम में जाता हूं। कपड़े को गर्म पानी में डालने के बाद स्नान करता हूं। फैमिली के बीच में सोशल डिस्टेसिंग का पालन करता हूं।

फैमिली से बना लिया है दूरी

डीेएम कौशल राज कहते हैं कि इस वक्त शहर को कोरोना संक्रमण से बचाना बेहद जरूरी है। इसके साथ ही ख्रुद को और अपनी फैमिली को भी इस संक्रमण से दूर रखना है इसलिए साफ-सफाई और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहा हूं। फैमिली एक रूम में सोती है मैं दूसरे रूम में सोता हूं। घर में होता हूं तो हैंडवाश यूज करता हूं और बाहर होता हूं तो सेनेटाइजर इस्तेमाल करता हूं। घर पर आने के बाद खुद को बेहतर तरह से सेनेटाइज करने के बाद ही घर में दाखिल होता हूं। साथ ही मल्टी विटामिन ले रहे हैं ताकि इम्यूनिटी बनी रहे।