वाराणसी (ब्यूरो)बनारस को स्मार्ट सिटी का तमगा भले ही मिल गया लेकिन बाजार कितने स्मार्ट हैं यह वहां जाकर देखा जा सकता हैप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस शहर के हर एक मार्केट को भव्य बनाने के लिए खजाना खोल दिए लेकिन स्मार्ट सिटी के अफसर हैं कि डैमेज को आज तक मैनेज नहीं कर पाएहां हम बात कर रहे हैं लहुराबीर-मलदहिया मार्केट की, जहां पार्किंग की जगह वेंडिंग जोन बनाकर जाम के जंजाल में ढकेल दिया गयायूरिनल तो मलदहिया में ढूंढते नहीं मिलेंगेइन्हीं समस्याओं को लेकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के रिपोर्टर ने मलदहिया और लहुराबीर व्यापारियों से बात की तो उनकी नाराजगी देखने लायक थी.

1970 में बसा बाजार

वर्ष 1970 में बसा लहुराबीर-मलदहिया बाजार आज अपनी समस्याओं से खुद ही जूझ रहा हैवनवे ने लहुराबीर मार्केट का कारोबार आधा कर दियारही सही-कसर पार्किंग ने पूरी दीधड़ाधड़ कपड़े के शोरुम तो खुल गए लेकिन पार्किंग की व्यवस्था न होने से दुकानदारों का कब चालान हो जाता है, इसकी भनक तक नहीं लग पातीजब बाद में नोटिस आता है तो दुकानदार हाथ मलते रह जाते हैैंयह समस्या यहां के दुकानदारों के लिए सिरदर्द बन गया हैइस मार्केट में प्रतिदिन 20 हजार से अधिक ग्राहकों की भीड़ आती हैइसके बाद भी पीने की व्यवस्था नही, यूरिनल तो दूर तक नहीं नजर आता है.

मार्केट में करीब 300 से अधिक दुकानें

मलदहिया से लेकर लहुराबीर तक करीब तीन सौ दुकानें हैंइनमें ब्रांडेड शोरुम के अलावा दोपहिया पार्टस के दुकान के अलावा गैस-चूल्हा का सबसे बड़ा बाजार हैलहुराबीर चौराहे पर एक लाइन से करीब दर्जनों गैस-चूल्हा की दुकानें हैंयही नहीं आईएमए ब्लड बैंक के अलावा दो कॉलेज और चार स्कूल भी हैंइसके बाद भी सुविधाओं का टोटा है.

यह हंै दुश्वारियां

-पार्किंग की व्यवस्था नहीं

-मलदहिया मार्केट में दूर-दूर तक यूरिनल नहीं

-पानी की व्यवस्था नहीं

-वन वे से खराब कर दिया मार्केट

-नालियों का डेप्थ ने बढ़ा दी समस्याएं

-जाम के चलते होती है परेशानी

मलदहिया में दूर-दूर तक नहीं पार्किंग

मलदहिया में कई ऐसे ब्रांडेड शोरूम्स हैं जिनके प्रतिदिन हजारों की संख्या में ग्राहक खरीदारी के लिए आते हैंअपने वाहन को शोरुम के सामने खड़ाकर अंदर खरीदारी के चलते जाते हैंसड़क के दोनों तरफ वाहन खड़ा हो जाने से हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती हैइसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ता हैजबकि दुकानदारों ने नगर निगम से पार्किंग की व्यवस्था के कई बार पत्रक दिए लेकिन नतीजा सिफर ही रहा.

वन-वे ने आधा कर दिया कारोबार

लहुराबीर ऐसा मार्केट है, जहां से विश्वनाथ धाम के अलावा बीएचयू, कैंट स्टेशन, भैरवनाथ मंदिर व अंधरापुल को सीधे कनेक्ट करता हैइन जगहों पर जाने के लिए सीधे साधन मिलते हैंपिछले पांच सालों से प्रशासन ने लहुराबीर से बेनियाबाग जाने वाले रास्ते को बीच में बैरिकेडिंग कर वनवे कर दिया हैइसके चलते न तो टोटो, न ही फोरव्हीलर को जाने दिया जाता हैइसके चलते इस मार्केट में कम ही ग्राहक खरीदारी के लिए आते हैंइसका खामियाजा दुकानदारों को भुगतना पड़ रहा हैदुकानदारों का कहना है कि अगर वनवे खत्म कर दें तो इस मार्केट में फिर से ग्राहकों की भीड़ बढ़ सकती हैपांच साल पहले काफी ग्राहक आते रहे

लहुराबीर पर पार्किंग का अभाव

लहुराबीर व्यवसायी समिति के दुकानदारों का कहना है कि लहुराबीर पर आईएमए के अलावा आर्य महिला पीजी कालेज, क्वींस कालेज, इंटर कालेज, नागरमल मुराररका, वनिता पब्लिक स्कूल, सनबीम स्कूल समेत करीब छह स्कूल हैंयही नहीं कई दुकानें भी हैंइन दुकानों पर प्रतिदिन लोग खरीदारी के लिए आते हैंअपने वाहन दुकानों के सामने ही लगाकर जाते हैंजिस दुकान के बाहर वाहन खड़ा रहता है पुलिस वाले उस दुकानदार का धीरे चालान कर चले जाते हैंआईएमए में ब्लड लेने के लिए भी लोग आते हैं तो जिस दुकान के सामने वाहन खड़ा रहता उसका चालान हो जाता है.

पार्किंग की जगह बना दिया वेंडिंग जोन

इस क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या पार्किंग की हैइसके लिए दुकानदारों ने कई बार डीएम, नगर आयुक्त को क्वींस के बाहरी दीवार के पास पार्किग बनाने के लिए सुझाव दिए लेकिन वहां पर वेंडिंग जोन बना दिया गयाइसके चलते और भी जाम की समस्या बनी रहती हैअब दुकानदारों ने क्वींस कालेज के पीछे की तरफ पार्किंग बनाने की मांग प्रशासन से की है.

दुकान से ऊंची बना दी नालियां

लहुराबीर मार्केट में नगर निगम ने जमीन से करीब डेढ़ फुट ऊंची नाली बनाई हैइसके चलते जब बारिश होता है तो दुकानों के अंदर नालियों का पानी घुस जाता हैदुकानों के अंदर रखा माल भीग जाता हैइसके चलते दुकानदारों को काफी नुकसान होता हैनाली को नीचे करने के लिए व्यापारियों ने नगर निगम के अफसरों को कई बार पत्रक दिया, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हो पाई.

लहुराबीर क्वींस कालेज के पीछे पार्किंग बनाई जाए, ताकि दुकानदारों का चालान न हो और मार्केट सुगम तरीके से चले.

रजनीश कन्नौजिया, अध्यक्ष, लहुराबीर व्यापार मंडल

इस मार्केट में पार्किंग बड़ी समस्या हैनगर निगम को सबसे पहले यहां पार्किंग की व्यवस्था करनी चाहिएइसके बाद पानी पीने के लिए भी कोई इंतजाम नहीं है.

दिनेश अग्रवाल, महामंत्री

नालियों को इतना बेतरतीब बना दिया गया है कि जब बारिश होती है तो नालियों का पानी दुकानों में घुस जाता है.

अरुण प्रहलादका, कोषाध्यक्ष

स्मार्ट सिटी ने कहीं भी काम ढंग से नहीं किया हैसतही तौर पर वेंडिंग जोन बनाकर छोड़ दिया गया हैपार्किंग की सुविधा देना भूल गए.

अंकुर अग्रवाल, पदाधिकारी

यूरिनल की भी मांग कई सालों से की जा रही है, लेकिन न तो स्मार्ट सिटी इसमें आगे आया और न ही नगर निगम.

राम अग्रवाल, उपाध्यक्ष

लहुराबीर मार्केट से वनवे को खत्म किया जाए ताकि ग्राहक आसानी आ सकेंवनसे कारोबार आधा हो गया है.

प्रदीप गिनोडिया, सदस्य, प्रबंध समिति

लहुराबीर में तमाम समस्याएं हैंवेडिंग जोन की जगह अगर पार्किंग बना दी गई होती तो आज वाहनों को खड़ा करने की समस्या नहीं होती.

आशिष कन्नौजिया, दुकानदार