-बनारस से मेट्रो सिटीज की ओर जाने वाली ट्रेंस में शुरू हुई लंबी वेटिंग

-ट्रेंस में नहीं मिल रही कंफर्म सीट, तत्काल भी दे रहा धोखा

दीपावली व छठ पर घर पहुंचे लोगों को अब लौटने के लिए टिकट नहीं मिल रहा है। वेटिंग तो किसी में रिग्रेट स्टार्ट हो गया है। मतलब एक के बाद एक फेस्टिवल आ जाने से इस सीजन में दूसरे प्रदेश में जॉब करने वाले बड़ी संख्या में लोग अपने घर लौट आए हैं। वे लोग अब जाने के लिए ट्रेन में रिजर्वेशन कराने स्टेशन पहुंच रहे हैं। लेकिन स्थिति यह है कि एक भी बर्थ खाली नहीं है। कुछ यही हाल वेस्ट बंगाल, सूरत, पंजाब, मुंबई, दिल्ली और अन्य प्रदेश जाने वाली ट्रेंस का है। सभी में हाउसफुल की स्थिति हो गयी है।

नो रुम तो कुछ में वेटिंग 400 के पार

कुछ ट्रेंस में तो नो रुम पहुंच गया है तो कई में रिजर्वेशन की वेटिंग लिस्ट 250 पार कर गया है। ऐसे में ट्रेन में टिकट मिलना मुश्किल है। घर से जाने वाले लोग डेली रिजर्वेशन सेंटर का टिकट के लिए चक्कर काट रहे हैं। उनको तत्काल टिकट से उम्मीद है। देश के विभिन्न शहरों में नौकरी, रोजगार या अध्ययन कर रहे लोग इन दोनों पर्व में शामिल होने के लिए घर आए थे। हालांकि कई परेशानी से बचने के लिए पहले ही ट्रेनों में रिजर्वेशन करा लिये थे, वो तो निकल गए। लेकिन जो लोग अंतिम समय में रिजर्वेशन कराने की आस लगाए बैठे थे, उनके लिए अब ट्रेंस में कंफर्म टिकट मिलना संभव नहीं है।

तत्काल भी दे रहा धोखा

रेलवे की तत्काल सेवा पर अब लौटने वालों की नजर है। लेकिन यह सर्विस ट्रेन के चलने के 24 घंटे पहले ही खुलती है। हर ट्रेन में तत्काल कोटा निर्धारित है। इसके लिए लोगों को रिजर्वेशन सेंटर पर जहां लाइन में लगना पड़ता है, तो वहीं वेबसाइट से टिकट लेने के लिए भी रातभर जागना पड़ता है। सुबह दस से 11 बजे से तत्काल सेवा शुरू होती है। पीक टाइम में काउंटर पर पहले या दूसरे नंबर पर ही कंफर्म टिकट मिल पाता है। इसके बाद वेटिंग स्टार्ट हो जाता है। ऐसे में सिचुएशन यह है कि मुख्य ट्रेंस में सीट फुल होने के कारण अब लोगों की नजर पूजा स्पेशल ट्रेंस पर है। इनमें से कई ट्रेंस पहले से चल रही हैं। ऐसे में लोग इन ट्रेंस की ओर भी निगाहें लगाए बैठे हैं। हालांकि इन ट्रेन में पहले से ही लोग टिकट बुक करा चुके हैं। इनमें तत्काल स्टार्ट होते ही फुल हो जा रही है।

इन ट्रेंस में सबसे ज्यादा डिमांड

रिजर्वेशन की सबसे अधिक डिमांड नई दिल्ली, सूरत, मुंबई, पंजाब, वेस्ट बंगाल की ओर जाने वाली ट्रेंस में है। इन शहरों को जाने वाली ट्रेंस में वैसे तो साल भर जगह कम होती है, लेकिन फेस्टिव सीजन में स्थिति और ही भयावह हो गई है। बिहार व यूपी का महापर्व होने के कारण ट्रेंस में कंफर्म टिकट की डिमांड यहां से अन्य शहरों को जाने वाली ट्रेंस में है। इनमें शिवगंगा सुपरफास्ट, मंडुआडीह-दिल्लीसुपरफास्ट, वंदे भारत, महानगरी एक्सप्रेस, कामायनी एक्सप्रेस, पवन एक्सप्रेस में लंबी-लंबी वे¨टग है।

पूजा स्पेशल भी नहीं दे पा रही राहत

- 02331/30 हावड़ा- जम्मूतवी

- 04854/64/66 जोधपुर- वाराणसी

- 08311/12 सम्भलपुर- बनारस

- 02355/56 पाटलिपुत्र- चंडीगढ़

- लोकमान्य तिलक- बनारस स्पेशल

- पुणे - बनारस स्पेशल

- भठिंडा- वाराणसी स्पेशल

- वैष्णों देवी- वाराणसी स्पेशल

- 02581/82 नई दिल्ली- बनारस स्पेशल

- 05018/17 गोरखपुर- लोकमान्य तिलक

- 05119/20 बनारस- रामेश्वरम

- 06230/29 वाराणसी- मैसूर

- 07323 हुबली- वाराणसी स्पेशल

- 09313 बनारस- उधना स्पेशल