- बड़ागांव व सारनाथ में हुए हादसों के बाद परिवारीजनों में कोहराम

बड़ागांव व सारनाथ थाना क्षेत्र में शुक्रवार को अलग -अलग घटनाओं में ट्रेन से कटकर ट्रैक मेंटेनर समेत दो की मौत हो गई। पुलिस ने शवों को ट्रैक से हटाकर परिचालन बहाल कराया।

मिली जानकारी के अनुसार मूलरूप से जौनपुर के नयेपुर, हथेरा निवासी अनिल कुमार (30) उत्तर रेलवे में ट्रैक मेंटेनर के पद पर कार्यरत था। सुबह शिवपुर- वीरापट्टी सेक्शन स्थित बहोरीपुर (बड़ागांव) में गैंग नंबर-3 की डाउन लाइन पर काम कर रहा था। ट्रैक पर नई दिल्ली से रक्सौल जाने वाली सद्भावना एक्सप्रेस आ गई। बचने के लिए वह अप लाइन की तरफ दौड़ा। उधर अप लाइन पर गुजर रही मालगाड़ी की चपेट में आ गया। शिवपुर स्टेशन अधीक्षक मो। तस्लीम ने बताया कि मृतक के घरवालों को सूचना दे दी गई है।

अधिकारियों को ठहराया जिम्मेदार

ट्रैक मेंटेनर की मौत से नाराज रेलकर्मियों ने अधिकारियों को दुर्घटना का जिम्मेदार ठहराया। नार्दर्न रेलवे मेंस यूनियन के शाखा सचिव सुनील सिंह ने कहा कि यदि रेल अधिकारियों ने जीपीएस अलार्म उपलब्ध कराया होता तो अनिल की जान बच सकती थी। रेलवे के विभिन्न मंडलों में यह डिवाइस वितरित की जा चुकी है, लेकिन लखनऊ मंडल के अधिकारियों को इसकी ¨चता नहीं है। उधर, चौबेपुर के रुस्तमपुर निवासी 40 वर्षीय लल्लन यादव ट्रेक्टर ट्राली पर भट्टे से ईंट लाकर सारनाथ चंद्रा चौराहा स्थित ईंट मंडी में बेचने आया था। मंडी में ट्राली खड़ा कर शौच के लिए रेलवे पटरी की ओर गया था। प्रत्यक्षदर्शीयों के अनुसार रेल पटरी पार करते समय सारनाथ से वाराणसी सिटी जा रही सद्भावना एक्सप्रेस ट्रेन के चालक ने सीटी बजाई, लेकिन नहीं उसने नहीं सुना और ट्रेन की चपेट में आ गया। लल्लन को दो पुत्र व एक पुत्री है।