फ्लाईओवर के बीच की चपेट में आने वाली रोडवेज बस में सवार बचपन के दो दोस्तों में से एक की मौत हो गयी, दूसरा गंभीर रूप से घायल
Varanasi : फ्लाईओवर हादसे में किसी ने बाप को खोया तो किसी ने बेटा और बहु वहीं इस हादसे ने दो दोस्तों को जुदा कर दिया। बल्लीपुर, चहनियां निवासी महेंद्र प्रसाद और रमदत्तपुर निवासी 50 वर्षीय सुदर्शन राम के बीच गहरी दोस्ती थी। लोग उन्हें जय-वीरू बुलाया करते थे। सोनभद्र के मद्धोपुर में महेन्द्र की भांजी की शादी थी। सुदर्शन भी साथ गया था। शादी बीतने के बाद मंगलवार को दोनों घर लौट रहे थे। उसी रोडवेज बस में सवार थे जो फ्लाईओवर हादसे का शिकार हुई।
किसी तरह बच गए महेंद्र प्रसाद लेकिन सुदर्शन राम की मौके पर ही मौत
महेंद्र प्रसाद किसी तरह बच गए लेकिन सुदर्शन राम की मौके पर ही मौत हो गयी। महेंद्र को बीएचयू ट्रामा सेंटर में एडमिट कराया गया है। लेकिन डॉक्टर्स के अनुसार उसकी हालत बेहद खराब है। बॉडी में जगह-जगह से फ्रैक्चर है। उसकी हालत जिंदा लाश के समान है। 48 वर्षीय महेंद्र के पैर, दोनों हाथ, रीड़ की हड्डी सहित सिर में गंभीर चोटें हैं। महेंद्र की वाइफ मंजू यह कहते हुए रूआंसी हो उठी कि सांस चल रही है लेकिन शरीर में हलचल नहीं रह गया है। उनकी दोस्ती की मिशाल देने वाले परिजन खुद बीएचयू ट्रामा सेंटर में यह कहते हुए बदहवाश हो रहे थे कि अब कौन जय-वीरू पुकारेगा।