वाराणसी (ब्यूरो)सुबह की शिफ्ट में ईवीएस (पर्यावरण विज्ञान) और पेडागोजी (शिक्षा शास्त्र) के क्वेश्चन की माथापच्ची में कई अभ्यर्थियों का 10 से 15 मिनट का समय नष्ट हो गया। अंत में अभ्यर्थियों ने इन प्रश्नों को छोड़कर आगे बढऩे में ही भलाई समझी। कोर सब्जेक्ट में हिन्दी, संस्कृत, साइंस, ज्योग्राफी, मैथ, इंग्लिश, होम साइंस आदि में अभ्यर्थियों को राहत रही।

देर से आए तो छूटी परीक्षा
यूपीटीईटी फस्र्ट शिफ्ट सुबह 10 बजे से होनी थी। वाराणसी के सभी एग्जाम सेंटर पर 9.30 बजे तक ही अभ्यर्थियों को एंट्री दी गई। कई सेंटर्स पर देरी से पहुंचे अभ्यर्थियों को एग्जाम सेंटर के बाहर ही रोक दिया गया। इसके चलते सैकड़ों अभ्यर्थियों की परीक्षा छूट गई। लाख मिन्नतें करने और रोने के बावजूद भी अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों में प्रवेश नहीं मिला तो सभी ने नाराजगी जाहिर की।

इन सेंटर्स पर की नारेबाजी
रामनगर स्थित राधा किशोरी राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, बेसेंट थियोसोफिकल हायर सेकेंड्री स्कूल और बुलानाला स्थित अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज के साथ ही कई अन्य परीक्षा केंद्रों के सामने खड़े होकर अभ्यर्थियों ने जमकर नारेबाजी की। कई अभ्यर्थी मार्कशीट की फोटोकॉपी लेकर आए थे, इस वजह से उन्हें परीक्षा नहीं देने दिया गया।


पेपर में कुछ सेगमेंट काफी आसान थे। हिंदी, संस्कृत समेत कोर सब्जेक्ट के प्रश्न पिछली बार से ज्यादा आसान रहे। यह भी कह सकती हूं कि जो तैयारी की थी, ज्यादातर उसी में से आया।
साधना सिंह, अभ्यर्थी

इस बार क्वेश्चन पेपर आसान रहा। इसके पहले वाला पेपर भी दिया था, लेकिन वह लीक हो गया इस पेपर से अच्छे रिजल्ट की उम्मीद कर रहा हूं। सभी विषय बढिय़ा से तैयार हुए थे, इसलिए परीक्षा अच्छी हुई है।
प्रिंस मौर्य, अभ्यर्थी

गणित प्रश्नों को हल करने में समस्या हुई। ईवीएस के प्रश्न भी उलझाऊ रहे। ओवरआल प्रश्न आसान थे। समय मिलने से तैयारी भी अच्छी हुई थी।
नीलम, अभ्यर्थी

पहले लगा कि प्रश्न पत्र कठिन आएगा लेकिन आसान पेपर देख कर दिल खुश हो गया। एग्जाम हॉल में यह भी डर बना हुआ था कि कहीं फिर से पेपर न लीक हो जाए।
आशीष कुमार, अभ्यर्थी

पेपर पहले से कठिन था। जो पेपर लीक हुआ वह भी दिया था। वह इससे काफी आसान था। इस बार के एग्जाम में कई क्वेश्चन सेलेबस के बाहर के रहे।
देवव्रत कुमार, अभ्यर्थी