-बनारस में भी खुले मैनहोल में समा सकता है मुम्बई के दिव्यांशु जैसा मासूम

-शहर में तमाम इलाकों में खुले हैं मैनहोल, दैनिक जागरण के आई नेक्स्ट में हुआ खुलासा

-खुले मैनहोल में गिरकर चोटिल हो रहे राहगीर, बना रहता है जान का खतरा

VARANASI

मुंबई के गोरेगांव में मासूम खुले मैनहोल में समा गया। इस घटना ने पूरे देश को हिला दिया लेकिन ऐसी ही घटना बनारस में हो तो बड़ी बात नहीं है। इस शहर में हर तरफ खुले मैनहोल हैं। इनमें से कुछ तो नजर आते हैं लेकिन कई बारिश के पानी में छुपे रहते हैं। पैदल और वाहन सवार गिरते हैं और उनका हाथ-पैर टूटता है। कभी भी ये मौत का मैनहोल बन सकते हैं। यह खुलासा गुरुवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रिएलिटी चेक में हुआ।

इसमें दिखा कि जगह-जगह खुले मैनहोल में फंसकर दर्जनों वाहन पलटे और कई लोगों की हड्डियां टूटीं।

जोखिम में जान

रिएलिटी चेक के दौरान दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम कैंट रेलवे स्टेशन पहुंची। कैंट-अंधरापुल मार्ग ताल-तलैया नजर आया। पानी के नीचे खुला मैनहोल था। इसमें वाहन फंसकर पलट रहे थे। आसपास कुछ लोग सिर्फ राहगीरों को खतरे से आगाह करने के लिए खड़े थे। आने-जाने वालों को चेतावनी देकर हादसे से बचा रहे थे। इसी दौरान सवारी भरकर एक ई-रिक्शा आ पहुंचा। उसका एक पहिया खुले मैनहोल में समा गया। जब तक यात्री संभलते ई रिक्शा पलट गया और उसमें सवार दो यात्रियों के हाथ टूट गए। दो अन्य को भी चोट लगी है। स्थानीय लोगों ने घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया। इसके पहले भी एक राहगीर इसी खुले मैनहोल में गिर गया था। उसके हाथ की हड्डी भी टूट गयी थी।

अपने रिस्क पर करें सफर

महमूरगंज-रथयात्रा मार्ग इस वक्त शहर का सबसे प्रमुख मार्ग बन चुका है। दिन में टै्रफिक का भारी लोड रहता है। रात में दूसरे शहरों से आने वाले वाहन इसी रास्ते से गुजरते हैं। टीम यहां पहुंची तो उसे रास्ते में खुले मैनहोल में रोडवेज बस फंसी नजर आयी। संवारियों ने बताया कि बस का पहिया फंसने से जोरदार झटका लगा। बस पलटने से बच गयी। बस से निकलकर यात्रियों ने जान बचायी। स्थानीय लोगों को कहना है कि आए दिन इस रास्ते पर दुर्घटना हो रही है। राहगीर अपने रिस्क पर सफर करें

तो समा जाएंगे कांवरिया

कावरियों के मुख्य मार्ग मंडुवाडीह-मढ़ौली पर थाने से चंद कदम दूर मैनहोल पर ढक्कन ही नहीं नजर आया। जलभराव की स्थिति में यह नजर नहीं आता है। राहगीर अक्सर इसमें गिरकर घायल होते हैं। कुछ दिनों बाद सावन शुरू होगा तो लाखों कांवरिया इस रास्ते से गुजरेंगे। हर वक्त उनके चोटिल होने की संभावना रहेगी।

चलते हैं संभलकर

रिएलिटी चेक के दौरान जवाहर नगर-कमच्छा मार्ग पर भी खुला मैनहोल नजर आया। इसमें फंसकर वाहन चालकों के गिरने का नजारा आम है। टीम के सामने ही एक स्कूटी सवार युवती फंसकर गिर गई। उसे गंभीर चोट लगी हैं। लोगों का कहना है कि हर रोज दो-चार लोगों की हड्डियां तोड़कर रहे हैं। इस मैनहोल की वजह से इतनी दुर्घटनाएं हो चुकी हैं कि अब तो आसपास के लोग इधर से संभलकर-संभलकर ही चलते हैं।