- अनजान को खून देकर बचा रहे जान

-जरूरतमंदों को प्रोवाइड करा रहे ऑक्सीजन सिलेंडर तो मरीजो को खुद के वाहन से पहुंचा रही अस्पताल

- बेजुबान जानवरों पर भी लुटा रहे प्यार, घायल जानवरों का कर रहे उपचार

वाराणसी। कोरोना काल में एक ओर जहां परिजन अपनों का साथ छोड़ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे जांबाज भी हैं, जो कोरोना से लड़ाई में मानवता के लिए कंधे से कंधा मिलाकर लड़ रह रहे हैं। ये न सिर्फ इंसानों के लिए खून, ऑक्सीजन सिलेंडर और मरीजों को हॉस्पिटल तक पहुंचाने के लिए तन, मन, धन से काम कर रहे हैं। बल्कि आवारा और घायल जानवरों की मदद के लिए भी काम कर रहे हैं। ऐसे ही मानवता की नजीर पेश करने वाले जांबाजों को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट आपको रूबरू कराने जा रहा है।

केस- 1

इस कोरोना जैसी महामारी में जहां लोग इंसानों की सुधि नहीं ले रहे हैं। वहीं शिवम जानवरों की सेवा करने में जुटे हुए हैं, जो कुछ बोल भी नहीं सकते हैं। जलालपुर फाटक निवासी शिवम प्रजापति लावारिस पशु पक्षियों की निस्वार्थ सेवा करने का कार्य करते हैं। शिवम बताते हैं कि जैसे स्वान (कुत्ता) नंदी गाय, बंदर इत्यादि पशु पक्षी के चोटिल होने की जानकारी मिलती है तो मौके पर पहुंचकर उनका ट्रीटमेंट करते है और अगर वो ठीक नहीं हुआ तो घोड़ा अस्पताल भिजवाते हैं। उन्होंने बताया कि इन सब की सेवा करना, इन सबकी देखभाल करना हमारी जिम्मेदारी है। सड़क पर जितने भी लावारिस पशु रहते हैं उनको किसी कारण चोट लग जाती है या बीमार रहते हैं उनकी सेवा करके बहुत अच्छा लगता है। उन्होंने बताया कि मेरा यह प्रयास है कि असहाय पशु पक्षी की सेवा में हर एक व्यक्ति आगे आए और अपने अपने क्षेत्र में युवाओं की टीम बनाकर इनकी सेवा करें।

केस-2

समाजसेवी रोशमी कुशल जायसवाल कोरोना काल में जरूरतमंदों को ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करा रही हैं। इसके अलावा निजी चार पहिया वाहन को उन्होंने मरीज के लिए दे दिया है। रोशनी कुशल जायसवाल ने बताया कि इस वैश्विक महामारी में हर एक व्यक्ति को एक दूसरे का सहयोग करने का जिम्मा उठाना चाहिए। उन्होंने बताया कि अब तक करीब ढाई से तीन सौ लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया जा चुका है। वहीं दर्जनों लोगों को वाहन से अस्पताल भिजवा कर उनके जीवन की रक्षा की गई है। उन्होंने बताया कि मैं और मेरी पूरी टीम दिन-रात प्रशासन की मदद और आमजन की सेवा में जुटी हुई है।

केस-3

बनारसी इश्क के नाम से फेसबुक और ट्वीटर चला रहे रोहित और उनकी टीम अनजाद लोगों को ब्लड डोनेट कर जान बचाने का पुनीत काम कर रही है। रोहित बताते हैं कि उनके फेसबुक पेज पर अलग-अलग राज्यों से करीब दो लाख लोग जुड़े हुए हैं। जैसे ही किसी जरूरतमंद को ब्लड, प्लाज्मा, प्लेटलेट की जरूरत होती है तो फेसबुक पेज पर पोस्ट कर दिया जाता है। डोनर खुद से संपर्क कर उन्हें निशुल्क और निस्वार्थ भाव से ब्लड इत्यादि डोनेट कर देता है। उन्होंने इस अभियान के तहत कई लोगों की जान बचाई और इस कोरोना काल में वह कई लोगों के लिए मददगार साबित हो रहे हैं। उनकी टीम ने एक माह के भीतर करीब 35 लोगों को ब्लड डोनेट किया है।