-आज से 250 बेड के आईसीयू वार्ड का 48 घंटे का ड्राई रन

-अगले सप्ताह से शुरू हो जायेगा अस्थाई कोविड अस्पताल

-750 बेड के इस कोविड अस्पताल में 250- 250 बेड के बने हैं तीन ब्लाक

राजधानी लखनऊ के बाद बनारस को भी जल्द ही रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से तैयार किए गए अस्थायी कोविड अस्पताल की सौगात मिलने वाली है। बीएचयू के एम्फीथिएटर मैदान में तैयार हो रहे इस अस्पताल का 90 प्रतिशत काम पूरा हो चला है। 750 बेड के इस अस्थायी कोविड अस्पताल में अगले हफ्ते से कोरोना संक्रमितों को भर्ती किए जाने का अनुमान है। हालांकि इससे पहले आज से इस हॉस्पिटल में 250 बेड के आईसीयू वार्ड को ड्राई रन के लिहाज से शुरू कर कर दिया जायेगा, जो 48 घंटे चलेगा। इस दौरान सभी उपकरणों की जांच की जाएगी। जांच के बाद अस्पताल में मरीजों की भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी। बताया जा रहा है कि अभी इसमें सिर्फ रेफरल केस ही लिए जाएंगे।

250- 250 बेड के तीन ब्लाक

वाराणसी सहित पूरे पूर्वांचल के लोगों के लिए यह राहत भरी खबर है कि लखनऊ के बाद बनारस में भी कोरोना मरीजों के लिए डीआरडीओर की ओर से निíमत अस्थाई कोविड अस्पताल की सौगात मिलने जा रही है। अब इस अस्पताल के बन जाने से कोरोना संक्रमितों या फिर उनके परिजनों को भटकना नहीं पड़ेगा। बीएचयू के एम्पीथियेटर मैदान में 750 बेड्स का यह अस्थाई कोविड अस्पताल 16 दिन में चौबीसों घंटों की मेहनत के बाद लगभग बनकर तैयार हो चला है। इसमें 250- 250 बेड के तीन ब्लाक बनाये गये हैं। सबसे पहले 250 बेड का आईसीयू बेड तैयार किया जा रहा है। 250 बेड का आईसीयू विद वेंटिलेटर का कार्य सबसे पहले पूरा किया जा रहा है जिसका 90 परसेंट काम पूरा भी हो चुका है। इसके अलावा अन्य पंडालों में भी कार्य 24 घंटे चल रहा है। इनको एचएफएनसी, बाईपेप, आक्सीजन कंसेन्ट्रेटर तथा आक्सीजन सप्लाई लाइन की सुविधाओं से जोड़ा जायेगा।

आएंगे आसपास के जिलों से रेफर केस भी

डीएम कौशलराज शर्मा के मुताबिक अस्थाई कोविड अस्पताल में अन्य अस्पतालों के रेफरल केस और गंभीर मरीजों को एडमिट किया जायेगा। इसमें डायरेक्ट भर्ती नहीं होगी, अगर बेड खाली रहते हैं तो सीधी भर्ती बाद में ली जा सकती है। इसके अलावा यह भी संभावना है कि आसपास के जिलों से भी मरीज यहां रेफर होंगे। बताया कि यह कुल 750 बेड का अस्थाई कोविड अस्पताल है। जिसमें 250-250 बेड्स के तीन जोन बनाए गए हैं। एक 250 बेड का जोन पूरी तरह से आइसीयू होगा। जिसमें वेंटीलेटर से लेकर सारी जीवनरक्षक इंतजाम होंगे। इसके अलावा 250-250 के दो अलग जोन में प्लेन आक्सीजन के बेड हैं। हालांकि उन पर भी एचएफएनसी और बाईपेप का इंतजाम इमरजेंसी के लिए रहेगा और यह भी 50-50 की संख्या में मोबाइल के तौर पर रहेगी।

डिफेन्स के साथ बीएचयू के भी होंगे डॉक्टर्स

अस्थाई अस्पताल की लगभग सारी व्यवस्था पूरी हो चूकी है। अब इसमें आक्सीजन डालकर सारे वैंटीलेटर की टेस्टिंग होनी है। एक दो दिन में सारे डाक्टर्स रिपोर्ट करने वाले हैं और तीन से चार दिन में यह रनिंग में आ जाएगी और अगले हफ्ते तक यह शुरू हो जायेगा। लिखा पढ़ी में ड्यूटी के मोबलाइजेशन शुरू हो चूके हैं। पैरामेडिकल और डाक्टर्स कुछ बीएचयू तो कुछ डिफेंस से रहेंगे। इसके साथ ही नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ और लैब टेक्निशियन की तैनाती के लिए भी स्थानीय स्तर पर इंटरव्यू लिए गए हैं। इस अस्थाई हॉस्पिटल की व्यवस्थाओं को लेकर सेंट्रल गवर्नमेंट से डेली मीटिंग हो रही है। एक दो दिन में सारे आदेश पारित हो जाएंगे।

पीएम मोदी करेंगे समíपत

बीएचयू स्टेडियम में बन रहे इस अस्थाई कोविड हॉस्पिटल को पीएम मोदी वर्चुअल माध्यम से जनता को समíपत करेंगे। इसके लिए स्थानीय स्तर पर तैयारी जोरशोर से हो रही है। माना जा रहा है कि कोरोना को रोकने में नाकाम हो रही सरकार के लिए यह अस्थाई अस्पताल बिगड़ते हालत को कंट्रोल करने में संजीवनी साबित होगी। बताया यह भी जा रहा है की 10 मई के बाद पीएम मोदी बनारस में कोविड से जंग में जीत हासिल करने के लिए यह सौगात देंगे।

बीएचयू स्टेडियम में डीआरडीओ द्वारा बन रहे अस्थाई अस्पताल का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। अस्थाई कोविड अस्पताल में अन्य अस्पतालों के रेफरल केस और गंभीर मरीजों को लिया जायेगा। इसमें डायरेक्ट भर्ती नहीं होगी, अगर बेड खाली रहते हैं तो सीधी भर्ती बाद में लिए जा सकते हैं।

कौशल राज शर्मा, डीएम वाराणसी