वाराणसी (ब्यूरो)बनारस समेत पूरे पूर्वांचल में भीषण गर्मी पड़ रही हैचिलचिलाती धूप और उमस भरी गर्मी से हर कोई परेशान हैमौसम विज्ञान विभाग ने रविवार को पूरे पूर्वांचल में हीट वेव के लिए येलो अलर्ट तो सोमवार और मंगलवार को रेड अलर्ट की वार्निंग दी हैसाथ ही बच्चों और बूढ़ों को बाहर न निकलने की एडवाइजरी जारी की गई हैइन सबके बीच रविवार को जिले का पारा जहां 44.4 डिग्री सेहो गया, वहीं बिजली विभाग से हो रही कटौती ने भी अपनी हदेें पार दीभीषण गर्मी के साथ लोगों को भीषण बिजली कटौती की भी मार झेलनी पड़ रही हैशहर से लेकर ग्रामीण एरिया तक में ताबड़तोड़ पावर कट लग रहा हैकहीं मेंटेनेंस तो कहीं फॉल्ट तो कहीं विकास कार्य के नाम पर पिछले एक सप्ताह से लगातार 2 से 8 घंटे की बिजली कटौती हो रही हैलेकिन, शनिवार और रविवार को जिस रफ्तार से कटौती की गई इससे पब्लिक हलकान हो गई हैशिकायत के बाद भी बिजली विभाग के अधिकारी समाधान नहीं कर रहे हैं.

रातभर रुलाती रही बिजली

लक्सा, गोदौलिया, सिद्धगिरीबाग व उससे लगे दर्जनों कॉलोनी और मुहल्लों में शनिवार की रात में बिजली ने ऐसा रूलाया कि वहां के लोग रातभर न सो पाए और न सुबह कामकाज पूरा हो सकादरअसल इन एरिया में रात करीब 10 बजे से रविवार की सुबह 10 बजे तक बिजली की लुकाछुपी का खेल चलता रहा। 12 घंटे में तीन घंटे भी ठीक से पावर सप्लाई नहीं हुईहर 10 मिनट में एक घंटे के लिए पावर पर ब्रेक लगता रहाइस कटौती से करीब 50 हजार से ज्यादा लोगों को बगैर बिजली के रहना पड़़ायही नहीं सुबह 11 बजे के बाद भी दो घंटे के लिए फिर लाइट चली गईइसके अलवा भी शहर के अलग-अलग एरिया में इसी तरह से पावर कट का खेल चल रहा हैकुल मिलाकर 50 लाख की आबादी वाले बनारस में बिजली समस्या से हर कोई परेशान है.

पूरी दिनचर्या बिगड़ गई

शनिवार की रात बिजली न होने से जहां लोग रातभर सो नहीं पाएवहीं सुबह 10 बजे तक आपूर्ति बहाल न होने से लोगों का कामकाज भी प्रभावित हुआसंडे की छुट्टी होने से लोग घरों में ही रहेलेकिन गर्मी के साथ बत्ती गुल रहने से उनकी छुट्टी भी खराब हो गईलाइट न होने से वाटर सप्लाई भी प्रभावित हुईमोटर न चलने से जहां घरों में पानी स्टोर नहीं हुआ, वहीं गृहणियों का कामकाज भी प्रभावित हुआ.

50 दिन में 600 बार पावर कट

पावर कट को लेकर बिजली विभाग के कंट्रोल रूम में शिकायतों की अंबार लग रही है, लेकिन कही भी समस्या का समाधान प्रॉपरली नहीं हो रहा हैविभागीय आंकड़ों की माने तो अप्रैल में जहां 300 से ज्यादा बार अघोषित कटौती हुई, वहीं मई में अब तक ये कटौती 200 बार हो चुकी हैइसके अलावा घोषित कटौती की बात करें तो अप्रैल में 70 से ज्यादा बार तो मई में अब तक 25 से 30 बार घोषित कटौती की जा चुकी है.

इन एरिया में ज्यादा कटौती

लक्सा, गोदौलिया, कमच्छा, रथयात्रा, मलदहिया, सिगरा, महमूरगंज, दारानगर, लोहलिटया, अवलेसपुर, चितईपुर, लहरतारा, लेढुपुर, पहडिया, शंकुलधारा, मंडुआडीह, मढ़ौली, प्रहलादघाट, मच्छोदरी, बेनियाबाग, मैदागिन, जैतपुरा, नदेसर, सुंदरपुर, बांसफाटक, मंडुआडीह, सारनाथ, पहडिय़ा, पांडेयपुर, पड़ाव, करसड़ा, अमरा, बेटावर,पहडिय़ा, पांडेयपुर आदि.

20 जून को मानसून पहुंचेगा

बनारस समेत 7 जिलों में हीट वेव का येलो अलर्ट जारी किया गया हैमौसम विभाग के मुताबिक 20 मई तक बनारस हीट वेव की चपेट में रहेगा, जबकि 21 मई से बनारस समेत पूर्वांचल के 8 जिलों में मौसम नॉर्मल गर्मी वाला रहेगाशनिवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री ज्यादा 43.8 सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से 1 डिग्री ज्यादा 27 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया हैमौसम वैज्ञानिक प्रोएसएन पांडेय ने बताया कि बनारस समेत यूपी में 20 जून को मानसून प्रवेश कर जाएगाकेरल के रास्ते 31 मई तक दक्षिणी पश्चिमी मानसून बनारस में पहुंच जाएगा.

फैक्ट फाइल

44 सबस्टेशन हैं बनारस में

180 फीडर्स से आपूर्ति होती है

134 मेगावॉट बिजली की खपत बढ़ गई एक माह में

2 से 7 घंटे तक हो रही है घोषित और अघोषित कटौती

24 घंटे निर्बाध बिजली न मिलने से मुसीबत बढ़ गई हैऐसा कोई दिन नहंी है जब बत्ती गुल नहीं हो रहीशनिवार की रात को तो हद हो गईरात भर बिजली न होने से नींद पूरी नहीं हुईसुबह भी यह कटौती जारी रही.

प्रिंस कुमार, लक्सा

एक बार फिर हम पुराने दौर में पहुंच गए हैंइस बार 400 पार का नारा दे रही सरकार 43 डिग्री पार की गर्मी में बिजली कटौती पर लगाम नहीं लगा पा रही हैडेली 5 से 7 घंटे की कटौती हो रही हैरात में कट लगने से नींद टूट जाती है.

राम बाबू, लक्सा

इस बार गर्मी में बिजली व्यवस्था पूरी तरह से बेपटरी हो गई हैशहर तो स्मार्ट हो रहा है, लेकिन पावर सप्लाई 19वीं सदी की जैसी हो गई हैशिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं होती है। 24 घंटे में 12 बार पावर कट हो रहा है.

जुगनू गुप्ता, कचहरी

इधर एक सप्ताह से बिजली विभाग की मनमानी कुछ ज्यादा ही बढ़ गई हैचुनाव के समय भी खूब बिजली कट रही हैशनिवार को जहां दिन भर बिजली रूलाती रही, वहीं रात में हर 10 मिनट में एक से घंटे के लिए बत्ती गुल होती रही.

शिवम यादव, लक्ष्मीकुंड

पब्लिक से ज्यादा अधिकारी परेशान

पब्लिक से ज्यादा परेशान हम हैं क्योंकि हम उन्हें वादे के हिसाब से निर्बाध बिजली नहीं दे पा रहे हैंगर्मी पीक पर है, ऐसे में अचानक खपत बढ़ गई हैलोड इतना ज्यादा बढ़ गया कि हम खुद हैरान हैंइसलिए लगातार पावर सप्लाई देना चैलेंज बन गया हैस्मूथली सप्लाई के लिए बीच-बीच में ब्रेकडाउन लेना पड़ रहा हैशनिवार को हुई समस्या में भी ऐसा ही हुआ, जिसे शार्टआउट करने का प्रयास चल रहा है.

अनूप सक्सेना, एई फस्र्ट-पीवीवीएनएल