वाराणसी (ब्यूरो)बलिया के मिश्र नेवरी (जमुआ) बंधे के पास आइटीबीपी जवान की पत्नी को गोली मारने के लिए शिक्षक ने नवंबर २०२३ में ही पटना से ३५ हजार में पिस्टल खरीदी थी। वह एक यूट्यूब चैनल को देखकर पटना गया था लेकिन पुलिस को चैनल का नाम नहीं बता पा रहा है। अब पुलिस उसके मोबाइल के सीडीआर खंगाल रही है। शनिवार को कोतवाली पुलिस नाटकीय ढंग से मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया। जहां अदालत ने सुनवाई के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। उधर, महिला का इलाज वाराणसी में चल रहा है। देर शाम तक उसके कंधे में फंसी गोली नहीं निकाली जा सकी थी।

जवहीं गांव निवासी सुदामा यादव छह वर्ष से संतनीसराय चौकी अंतर्गत मिश्र नेवरी (जमुआ) बंधा के पास आवास बनाकर रहते हैं। वह गुहावाटी में आइटीबीपी में तैनात हैं। उनकी पत्नी सिंधु देवी अपने दो बच्चे शिवम और शिवांश के साथ इसी आवास में रहती है। दुबहर थाना क्षेत्र के शिवपुरी नंबरी दियर निवासी घनश्याम सिंह उनके बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था। फरवरी में ट्यूशन पढ़ाने पर रोक लगा दिया गया था। इसके बाद से ही वह तनाव में रहता था। इसी को लेकर वह आक्रोशित होकर महिला को गोली मारी थी।

पुलिस क्षेत्राधिकारी गौरव कुमार का कहना है कि आरोपित ने बताया कि नवंबर में ही पिस्टल खरीदी थी। पुलिस आरोपित की जांच किए बगैर आनन फानन जेल भेज दिया। गांव के लोगों का कहना है कि युवक इस तरह की कई महिलाओं को शिकार बना चुका है। आसपास की महिलाएं उससे परेशान रहती थीं। पुलिस मामले को सलटाने के लिए इतनी जल्दबाजी की। जिले में असलहों की तस्करी हो रही है। उसका तार सीधे पटना से जुटा है। युवक के बयान से इस बात की पुष्टि की जा रही है। इसके पहले भी जिले में गोली चलाने की कई घटना हो चुकी है। जिले में इसकी तस्करी के अब सबूत भी मिलने लगे हैं। सीओ नगर गौरव कुमार का कहना है कि इस बिंदु पर गहराई से जांच की जा रही है। युवक पटना गया था और वह किससे बात किया है, इन सब बातों की पुष्टि सीडीआर से हो जाएगी।