वाराणसी (ब्यूरो)पूर्वांचल में नौतपा का कहर शुरू हो गया हैरविवार को शुरू हुए नौतपा के दूसरे दिन सोमवार को पूर्वांचल में सबसे अधिक गर्म 47 डिग्री सेल्सियस चंदौली रहा तो सबसे कम गर्म 41 डिग्री सेल्सियस आजमगढ़ रहावाराणसी में भी लगातार दूसरे दिन अधिकतम टेंप्रेचर 43.1 डिग्री सेल्सियस के साथ धूप का परचम लहराया और लोग घरों में दुबकने को मजबूर हुएदोपहर में हाल ये रहा कि व्यस्त रहने वाली सड़कें भी सूनी नजर आईंचुनावी माहौल होने के बावजूद घरों से वही बाहर निकले, जिनको निकलने की मजबूरी थी

रात में ज्यादा गर्मी

वाराणसी में जिस स्पीड में मैक्सिमम टेंपरेचर बढ़ रहा है, उसी स्पीड में न्यूनतम टेंपरेचर भी ऊपर चढ़ रहा हैइसकी वजह से वार्म नाइट ने मुश्किल बढ़ा दी हैसोमवार को मैक्सिमम टेंपरेचर 43.1 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 2.4 डिग्री अधिक बताया गयामिनिमम टेंपरेचर भी सामान्य से चार डिग्री अधिक 30.4 डिग्री सेल्सियस रहाइसकी वजह से लोगों को रात में भी गर्मी से राहत नहीं मिली.

29 से राहत के आसार

सिटी के लोग गर्म हवा के थपेड़ों से दिन भर परेशान रहे और मिनिमम टेंपरेचर बढऩे के कारण रात में नींद की बजाय बेचैन रहेइस बीच मौसम विभाग ने 29 मई से दो जून के बीच टेंपरेचर में गिरावट के संकेत दिए हैंमौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार अभी मौसम शुष्क रहने से दिक्कत बनी रहेगीउन्होंने बताया कि सोमवार को हवा की गति 30 से 35 किमी प्रति घंटे रही.

बच्चे व बीमारों को परेशानी

बीएचयू के जनरल मेडिसिन विभाग के डॉदीपक कुमार गौतम के अनुसार छोटे बच्चों, वृद्ध एवं गंभीर बीमारियों से परेशान लोगों के लिए गर्मी में स्वास्थ्य संबंधित दिक्कतें बढ़ रही हंैधूप में देर तक काम करने पर लू लग सकती हैहल्के रंग के सूती कपड़े पहनने चाहिएधूप में जाते समय सिर को कपड़े या टोपी से ढकेंपर्याप्त पानी का सेवन करेंओआरएस, लस्सी, छाछ व नींबू पानी का उपयोग फायदेमंद रहेगा.

हीट स्ट्रोक के लक्षण

- अत्यधिक पसीना आना जो व्यायाम बंद करने के बाद भी जारी रहे

- त्वचा का कलर लाल या बहुत पीला पडऩा

- अचानक उच्च रक्तचाप, सांस फूलना

- फेफड़ों में बुदबुदाहट या घरघराहट की आवाज आना

- चक्कर आना, सिरदर्द, जी-मिचलाना, घबराहट भी हैं हीट स्ट्रोक के संकेत

हीट स्ट्रोक के शिकार क्यों

हीटस्ट्रोक एक ऐसी स्थिति है जो आपके शरीर के अत्यधिक गर्म होने के कारण होती हैये आमतौर पर उच्च तापमान में लंबे समय तक रहने या शारीरिक परिश्रम के परिणामस्वरूप होती हैगर्मी की चोट का यह सबसे गंभीर रूप है जो तब हो सकता है जब आपके शरीर का तापमान 104 एफ (40 सी) या इससे अधिक हो जाता है.

बचने का उपाय

- तत्काल इमरजेंसी चिकित्सा सहायता लें

- चिकित्सीय सहायता की प्रतीक्षा करते समय कोई भी तरल पदार्थ न पिएं

- जो हीट स्ट्रोक का शिकार हो जाए उसके पूरे शरीर को गीले कपड़ों से लगातार पोछते रहें

- गीला तौलिया सिर पर रखें ताकि दिमाग ठंडा रहे

- शरीर का तापमान कंट्रोल होने पर ताजे पानी से स्नान कराएं

हीट स्ट्रोक पर क्या खिलाएं

- भरपूर पानी वाली चीजों का सेवन करें

- लगातार ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) पीते रहें

- लस्सी, नींबू पानी, छाछ, नारियल पानी भी उपयोग कर सकते हैं

- हल्के वजन, हल्के रंग व ढीले सूती के कपड़े पहनें

- यदि घर से बाहर हैं तो सिर को ढंक कर रहें

- सिर पर गमछा, टोपी या छाता लगाकर ही बाहर निकलें

दो प्रकार के हीट स्ट्रोक

हीट स्ट्रोक के दो मुख्य प्रकार होते हैंपहला क्लासिक/एक्सर्शनल हीट स्ट्रोक और दूसरा नॉन एक्सर्शनल/क्रोनिक हीट स्ट्रोकदोनों के लक्षण समान होते हैं और तत्काल चिकित्सा परामर्श की जरूरत होती हैक्लासिक/एक्सर्शनल हीट स्ट्रोक आमतौर पर तीव्र शारीरिक गतिविधि या गर्म और ह्यूमिडिटी में लगातार मेहनत करने के कारण होता हैयह आमतौर पर एथलीटों, बाहरी मजदूरों, सैन्यकर्मियों को प्रभावित करता हैनॉन एक्सर्शनल हीट स्ट्रोक को क्रोनिक हीट स्ट्रोक के रूप में भी जाना जाता हैये आमतौर पर वृद्ध व्यक्तियों को प्रभावित करता हैयह लंबे समय तक गर्म वातावरण में रहने के दौरान हो सकता है.

बच्चों, वृद्ध एवं गंभीर बीमारियों से परेशान लोगों के लिए इतना टेंप्रेचर घातक हो सकता हैइस समय हल्के रंग के सूती कपड़े पहनेंधूप में जाने से बचें और सिर को बिना ढंके बाहर न निकलेंपर्याप्त पानी, ओआरएस, लस्सी, छाछ व नींबू पानी का प्रयोग करते रहें.

डॉदीपक कुमार गौतम, जनरल मेडिसिन विभाग, बीएचयू

अभी मौसम शुष्क बना रहेगाटेंप्रेचर में अभी कमी आने की संभावना नहीं हैइस दौरान हवा की स्पीड 30-35 किमी प्रति घंटे बनी रहेगीहालांकि, 29 मई से दो जून के बीच कुछ राहत मिल सकती है.

अतुल कुमार सिंह, मौसम वैज्ञानिक

पूर्वांचल में नौतपा के दूसरे दिन कहां कितना टेंपरेचर

जिला मैक्सिमम मिनिमम

वाराणसी 43.1 30.4

आजमगढ़ 41.0 29.0

बलिया 43.0 29.0

चंदौली 47.0 30.0

गाजीपुर 42.0 29.0

भदोही 43.2 26.5

जौनपुर 46.0 29.0

मऊ 43.0 29.0

मीरजापुर 45.0 30.0

सोनभद्र 42.2 29.6

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