-ऑक्सीजन लेवल ठीक करने के लिए होम्योपैथी दवा, दो बूंद नीबू का रस डालने से भाग जाएगा कोरोना जैसे संदेश वायरल हो रहे

-बिना डॉक्टर के सलाह से न लें दवा

केस-1

गोकुल नगर के रहने वाले प्रवीण अग्रहरी को फीवर आया तो उन्होंने एंटीजन टेस्ट कराया, जिसमें कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई। घर पर पहुंचते ही उन्होंने नाक में दो बूंद नीबू डाला। नाक साफ हो गया तो उन्हें लगा कि आराम हो रहा है। इस तरह दो-तीन दिन किया। इसी बीच उनकी हालत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।

केस-2

सामने घाट के रहने वाले राजमी जायसवाल ने बताया कि सोशल मीडिया पर ऑक्सीजन बढ़ाने के लिए होम्योपैथी दवा का संदेश देखा। उन्होंने अपने परिचितों को भी भेजा, लेकिन उन्होंने इसके लिए होम्योपैथी चिकित्सक से बात की तो पता चला कि यह दवा ठीक नहीं है। फिर उन्होंने अपने जानकारों को यह जानकारी दी।

केस-3

सुंदरपुर के रहने वाले राजीव सचदेवा बताते हैं कि मेरे एक रिश्तेदार को ऑक्सीजन सिलेंडर भरवाना था। सोशल मीडिया पर संदेश मिला। उसमें नंबर भी दिया गया था। उमसें बताया गया था कि यहां पर गैस सिलेंडर भरवा सकते हैं। जब फोन किया तो वह नंबर बंद मिला। बाद में उस जगह पर जाकर देखा तो पता चला कि यहां इस तरह का कुछ भी नहीं है।

ऑक्सीजन लेवल ठीक करने के लिए होम्योपैथी दवा, कोविड का नया अस्पताल खुला, यहां पर ऑक्सीजन मिल रही है, जैसे संदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इन संदेशों को पढ़कर लोग वहां पहुंच जाते हैं, लेकिन हकीकत में वहां पर कुछ नहीं होता है।

संदेशों से रहे एलर्ट

कोरोना महामारी को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस तरह के संदेशों से सावधान रहने की जरूरत है। ये संदेश आप को परेशानी में डाल सकते हैं। जनपद में कोरोना वायरस लगातार पांव पसार रहा है। इसके इलाज के लिए लोग हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। लोगों की परेशानी दूर करने के लिए सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे संदेश पढ़कर उस पर अमल करना शुरू कर देते हैं। दरअसल इन संदेशों की सच्चाई कुछ और होती है।

डॉक्टर से लें सलाह

इन दिनों सोशल मीडिया पर

एस्पीडोस्पर्मा होम्योपैथी दवा का संदेश वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि यह दवा ऑक्सीजन की कमी को तुरंत दूर करती है, लेकिन होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ। प्रदीप कुमार इसे गलत बता रहे हैं। उनका कहना है कि यह दवा सांस के रोगियों को दी जाती है। बिना डॉक्टर के यह दवा लेना ठीक नहीं है। इस दवा के बारे होम्योपैथी के जिला प्रभारी ने बताया कि इसका खंडन आयुष मंत्रालय भी कर चुका है। बिना डॉक्टरों की सलाह के यह दवा नहीं लेना चाहिए।

वायरल संदेशों की जांच करें

सोशल मीडिया पर ऑक्सीजन सिलेंडर मिलने, ऑक्सीजन सिलेंडर भरवाने, रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ अन्य दवा के लिए संदेश वायरल हो रहे हैं। इन संदेशों के साथ नंबर भी पहुंच रहे हैं। लोग इन नंबरों पर संपर्क करते हैं तो अधिकतर नंबद बंद मिलते हैं। एक्टिव सिटीजन टीम के सदस्य आलोक ने बताया कि सोशल मीडिया पर संदेशों की भरमार है। इन संदेशों पर जांच परखकर ही भरोसा करें। बेहतर होगा कि पहले उसकी क्रास चेकिंग कर ली जाए।