- जिला पंचायत अध्यक्ष को हटाने के लिए लाया गया अविश्वास प्रस्ताव हुआ फेल, नोटिस देने वाले सदस्य ही रहे गायब

- 21 जून को 32 सदस्यों ने डीएम को सौंपी थी अविश्वास प्रस्ताव की नोटिस

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प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर सपा के कब्जे से बौखलाये भाजपाईयों की गुणागणित शुक्रवार को फेल हो गयी। जिला पंचायत अध्यक्ष अपराजिता सोनकर को हटाने के लिए 21 जून को डीएम को सौंपे गए अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस के बाद शुक्रवार को बैकफुट पर आ गयी। हाल ये हुआ कि काफी इंतजार के बाद भी भाजपा की ओर एक भी जिला पंचायत सदस्य सदन में उपस्थित नहीं हो सका। इसके कारण अविश्वास प्रस्ताव गिर गया और अपराजिता की कुर्सी बरकरार रही। इस जीत का जश्न सपा व कांग्रेस पदाधिकारियों ने जमकर मनाया। नारेबाजी हुई और पूरा दिन मिठाई बांटने से लेकर आतिशबाजी का दौर चलता रहा।

रही गहमागहमी

21 जून को बीजेपी की ओर 32 सदस्यों ने डीएम को अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस सौंपा था। जिसके बाद जिला न्यायाधीश के निर्देश पर 15 जुलाई को बैठक बुलाई गई थी। लेकिन किन्ही कारणों से उस दिन बैठक नहीं हुई और डीएम की ओर से 28 जुलाई की डेट दी गई। जिसके बाद विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट उमाकांत जिंदल ने बैठक के निर्धारित समय 11 बजे के बाद आधे घंटे तक इंतजार का आदेश दिया। बावजूद इसके कोई सदस्य उपस्थित नहीं हुआ। दूसरी तरफ कलेक्ट्रेट परिसर स्थित जिला पंचायत सभागार में शुक्रवार को जिला पंचायत अध्यक्ष समेत दर्जनों जिला पंचायत सदस्य निर्धारित समय पर पहुंचे। लेकिन एक भी सदस्य सभागार के अंदर नहीं गए। अध्यक्ष समेत सभी बाहर डटे रहे। गहमागहमी बढ़ने के साथ हंगामा होने लगा। जिसके कारण फोर्स ने चप्पे-चप्पे पर मोर्चा संभाल लिया था। डीएम योगेश्वर राम मिश्र भी परिसर में पहुंचकर खुद हालात का जायजा लेते रहे। इस दौरान सपा- कांग्रेस के गठबंधन के भी नारे लगे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय राय, जिलाध्यक्ष प्रजानाथ प्रजापति, सपा जिलाध्यक्ष डॉ पीयूष यादव, सपा के पूर्व मंत्री डॉ केपी यादव व मनोज राय धूपचंडी, महानगर अध्यक्ष राजकुमार जायसवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष अखिलेश मिश्र, राजनाथ यादव, ओपी सिंह, गणेश यादव, मनीश राय आदि मौजूद रहे।

ये है रक्षाबंधन का तोहफा

जिला पंचायत अध्यक्ष अपराजिता सोनकर ने जिला पंचायत के सभी सदस्यों, सपा मुखिया, सपा गठबंधन के नेताओं के साथ ही सभी श्रेष्ठजनों को इस जीत का श्रेय दिया। कहा कि रक्षाबंधन में भले ही देर हो लेकिन इस प्रेम के पर्व से पूर्व भाईयों ने बहन को तोहफा दिया है। यह यादगार क्षण हमेशा याद रहेगा। वहीं कांग्रेस नेता अजय राय ने कहा कि यह कांग्रेस सपा गठबंधन की जीत है। भाजपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष अपराजिता सोनकर को हटाने के लिए तमाम तरह की साजिशें की लेकिन वह असफल रहे।

अब एक साल तक नहीं ला सकते अविश्वास प्रस्ताव

अपर मुख्य अधिकारी अरविंद कुमार राय ने कहा कि निर्धारित समय पर सदस्यों के नहीं पहुंचने से अविश्वास प्रस्ताव कोरम के अभाव में पास नहीं हुआ। नियमों के तहत 28 जुलाई से एक साल तक जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर नोटिस नहीं दी जा सकती है।