- चंद्रमा रहेंगे संकट में, मंदिरों के कपाट रहेंगे बंद
- हनुमान जयंती पर निकलने वाली झांकियां व शोभायात्रा सुबह नौ बजे से पहले ही करा ली जाएंगी संपन्न
VARANASI:
चार अप्रैल यानि शनिवार को चंद्रमा संकट में होगा। जी हां, चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को खग्रास चंद्रग्रहण लग रहा है। इस बार के ग्रहण की खासियत यह कि काशी में इसका न तो स्पर्श दिखायी देगा और न मध्य। सिर्फ मोक्ष ही दिखायी देगा। इसके पहले सूतक लगने के कारण मंदिरों के कपाट तकरीबन नौ घंटे पहले बंद कर दिए जाएंगे। इसी दिन भगवान हनुमान की जयंती भी है। उनकी जयंती के अवसर पर निकलने वाली झांकियां व शोभायात्रा सुबह नौ बजे से पहले ही संपन्न करा ली जाएंगी।
सवेरे 7.क्भ् पर होगा मोक्ष
ज्योतिष पं। विमल जैन बताते हैं कि चार अप्रैल को दिन में फ्.ब्भ् बजे से चंद्रग्रहण की शुरुआत हो रही है। भ्.फ्0 बजे ग्रहण का मध्यकाल होगा और शाम 7.क्भ् बजे ग्रहण का मोक्ष होगा। काशी में यह चंद्रग्रहण मोक्ष काल में दिखायी देगा। शास्त्रों के अनुसार चंद्र ग्रहण में नौ घंटे पहले और सूर्य ग्रहण के क्ख् घंटे पहले ग्रहण का सूतक काल होता है। सूतक में मंदिर में प्रवेश करना, मूर्ति स्पर्श करना, भोजन आदि करने को वर्जित बताया गया है। इस तरह तकरीबन नौ घंटे पहले से ही सूतक लग जायेगा और मंदिर के कपाट बंद कर दिए जायेंगे। मोक्ष के बाद स्नान करने के बाद ही मंदिर में भगवान के दर्शन को मान्यता है।
क्या रहेगा प्रभाव
मेष- सद्भाव, भाईचारा
वृष- चिंता, समस्या
मिथुन-व्यथा, मानसिक कष्ट
कर्क- सम्मान में वृद्धि, धन लाभ
सिंह- हानि, मानसिक पीड़ा
कन्या-शारीरिक कष्ट, घात
तुला-अनावश्यक खर्च
वृश्चिक-लाभप्रद, आनंद
धनु- सुख, उत्साह
मकर- मानहानि, कष्ट
कुंभ- मानसिक व शारीरिक कष्ट
मीन-स्त्री कष्ट
बंद रहेंगे कपाट
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर - शाम ब्.00 से 7.फ्0 तक
संकटमोचन मंदिर - सुबह 9.क्भ् से शाम 7.क्भ् तक
अन्नपूर्णा मंदिर - शाम फ्.फ्0 से 7.फ्0 तक