वाराणसी (ब्यूरो)। सोशल मीडिया पर वायरल एक ऑडियो से नगर निगम के प्रशासनिक अमले में हड़कंप मचा है। वायरल ऑडियो में ट्रांसफर रोकने के लिए एक व्यक्ति द्वारा 30 हजार रुपये की डिमांड की जा रही है। दावा है कि घूस मांगने वाले की आवाज नगर निगम में कार्यरत खाद्य सफाई निरीक्षक की है। नगर आयुक्त प्रणय सिंह ने मामले का संज्ञान लेते हुए जांच कमेटी गठित की है.
सफाई मेठ रामचंद्र का आरोप है कि कुछ दिन पहले उनका ट्रांसफर नगर स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा किया गया था। इस दौरान आफिस में कार्यरत खाद्य सफाई निरीक्षक ने कहा कि वह ट्रांसफर रोक सकते हैैं। इसके एवज में तीस हजार रुपये देने होंगे। रामचंद्र ने 10 हजार रुपये खाद्य सफाई निरीक्षक के कहने पर एक सफाईकर्मी को दे दिया। 20 हजार रुपये खाते में नहीं भेजने पर उसका ट्रांसफर कर दिया गया.
एक माह पहले भी आरोप
बताया जा रहा है कि सफाई खाद्य निरीक्षक पर घूस मांगने का आरोप एक माह पूर्व एक सफाईकर्मी ने भी लगाया था। उसका आरोप था कि पिता की तबीयत खराब होने पर वह अपने गांव चला गया था। वापस लौटा तो खाद्य सफाई निरीक्षक द्वारा उसको काम नहीं दिया गया। इसके एवज में उससे पैसे मांगे गए। जब उसने घूस दिया तो उसकी सेवा को बहाल किया गया.
आडियो में बातचीत का अंश
रामचंद्र : हां साहब.
खाद्य सफाई निरीक्षक : तुम्हारे पास किसी को भेजे हंै कुछ लेने के लिए.
रामचंद्र : क्या साहब.
खाद्य सफाई निरीक्षक : ये भी बताना पड़ेगा.
रामचंद्र : महेंद्र के पास दस गया है और 20 हम आप के खाते में भेज रहे हैं.
खाद्य सफाई निरीक्षक : हमारा खाता कहां है तेरे पास.
रामचंद्र : आप खाता दीजिए, हम लड़के से तुरन्त करा रहे हंै.
खाद्य सफाई निरीक्षक : महेंद्र के खाते में भेज दो.
रामचंद्र : ठीक साहब, उसके खाते में भेज रहा हूं.
खाद्य सफाई निरीक्षक : अगर नहीं भेजोगे तो तुम्हारा ट्रांसफर करा दूंगा, फिर झाड़ू लगाना.
सफाई निरीक्षक ने दिया स्पष्टीकरण
उधर, नगर निगम प्रशासन ने मामले में खाद्य सफाई निरीक्षक जीएस वार्षेण्य से स्पष्टीकरण लिया है। उन्होंने स्पष्टीकरण में कहा है उनके माध्यम से पहले रामचंद्र को तीस हजार रुपया दिया गया था। वही पैसा मांगने पर आडियो को तोड़मरोड़ कर पेश किया गया है.
नगर आयुक्त के संज्ञान में मामला आने के बाद उन्होंने कमेटी गठित कर दी है। हम भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरी तरीके से तैयार हैं। जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
एनपी सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, वाराणसी