वाराणसी (ब्यूरो)धर्म नगरी काशी में ही संत कबीरदास और रविदास का संग्रहालय बनना हैसरकार की घोषणा के बाद सरकारी महकमा संग्रहालय के लिए जमीन तलाश करने में जुट गया हैतीन महीने पहले सीरगोवर्धन में भ्रमण भी किया गया था, लेकिन अभी तक फाइनल नहीं हुआहालांकि दोनों संतों का जन्म स्थान लहरतारा हैसंग्रहालय की जानकारी होते ही देश के विभिन्न प्रांतों में मौजूद कबीर पंथ के महाराज व संतों ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के संतों को मिले सम्मान अभियान को काफी सराहा और अपने विचार भी शेयर कर रहे हैंसंतों ने एक स्वर में प्राकट्य स्थल लहरतारा में ही भव्य संग्रहालय के निर्माण की वकालत की.

लहरतारा कबीर साहब का ऐतिहासिक स्थल हैयदि कबीर प्राकट्य स्थली के पास म्यूजियम बनता है तो यह सोने पर सुहागा का काम करेगाअनुयायिायों के पास एक ही जगह कबीर साहेब के बारे में जानने का अवसर भी होगा.

महंत विचार दास महराज, पीठाधीश्वर, संत कबीर समाधि मंदिर मगहर

यूपी सरकार कबीर साहेब का संग्रहालय बनाना चाहती हैयह जानकर खुशी हो रही हैमेरे विचार से सद्गुरु कबीर प्राकट्य भूमि पर भव्य संग्रहालय बनना चाहिएलहरतारा में जमीन भी है.

महाराज दिनेश दास, गुजरात

योगी सरकार संतों के लिए समर्पित हैसंत कबीर दास और रविदास के संग्रहालय बनाने की कवायद चल रही हैसरकार से निवेदन है कि लहरतारा में जल्द से जल्द कबीर साहेब का भव्य संग्रहालय बनना चाहिए.

स्वामी मार्ग स्मिथ, गुजरात

कबीर साहब ने मानवता का पाठ पढ़ायाविश्व शांति, सामाजिक समरसता सद्भावना का संदेश दियाऐसे सदगुरु का संग्रहालय कबीर साहब की प्राकट्य स्थली लहरतारा में ही बनना चाहिएऐतिहासिक धरोहर को विश्व प्रसिद्ध स्मारक के रूप में तैयार करवाया जाए.

महंत डॉनानक दास, कबीर मठ बड़ी खाटू राजस्थान

सदगुरु कबीर साहेब के जो ग्रंथ साहित्य इधर-उधर बिखरे पड़े हुए हैंम्यूजियम बनने से उन्हें एकत्रित किया जा सकता हैलहरतारा स्थित प्राकट्य स्थली के पास ही सदगुरु कबीर साहब का म्यूजियम बनाने के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध हैउत्तर प्रदेश सरकार का सराहनीय कार्य है

संत विवेक मुनि, सचिव, सद्गुरु कबीर मिशन ट्रस्ट, पटना बिहार

सद्गुरु कबीर साहेब मानव के हितैषी व सच्चे पंथ प्रदर्शक थेकबीर प्रगटस्थली लहरतारा में इस महान संत के तीर्थ नगरी वाराणसी में ही म्यूजियम बनना चाहिए.

हनुमान दास, मध्य प्रदेश

कबीर म्यूजियम कबीर प्रकाट्य स्थल लहरतारा में बनना चाहिएक्योंकि कबीर साहब का उसी जुड़ाव है और भक्तों की आस्था हैकबीर को जानने के लिए श्रद्धालु भी लहरतारा पहुंचते हैं.

महंत रामसेवक दास, कबीर मठ बलुआ सहजनवा गोरखपुर