-कई दिनों से पहाड़ों में बर्फबारी का दिखने लगा असर

-पारा लुढ़कने से बढ़ी ठंड, गुनगुनी धूप ने दी राहत

बनारस में ठंड अपना असर दिखाने लगा है। राजस्थान तक पहुंच चुका गलन बनारस में भी लोगों को कंपाने लगा है। गलन के दस्तक देने की वजह से अब सुबह-शाम के अलावा रात भी ठंडी होने से सíदयां अपने तेवर में आ गई हैं। शनिवार की सुबह भी ठंड की चादर में लिपटी नजर आई तो लोग गर्म कपड़ों में छिपे नजर आए। दिन चढ़ने के साथ सूरज की रोशनी हुई तो लोगों ने गुनगुनी धूप भी सेंकी। दोपहर चार बजते ही एक बार फिर हवा चलने से ठंड बढ़ने लगी।

धूप ने लोगों को दी राहत

सुबह गलन भरी हवाओं का रुख रहा तो दिन चढ़ने के साथ ही आसमान में सूरज की रोशनी और गुनगुनी धूप ने लोगों को गलन से राहत भी दी। धूप दिन चढ़ने के साथ भले ही चटख हुई लेकिन धूप में तल्खी दोपहर में भी नदारत रहने से लोगों को ठंड का अहसास हुआ। जबकि दोपहर बाद ठंडी हवाओं का दौर शुरू हुआ जो रात तक जारी रहा।

पहाड़ों से पहुंची ठंड

बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा, न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जो सामान्य से तीन डिग्री कम रहा। आर्द्रता इस दौरान अधिकतम 80 और न्यूनतम 53 परसेंट दर्ज किया गया। मौसम विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार अब गलन का दौर शुरू होने के साथ ही पहाड़ों की ठंडी हवाएं भी पहुंचने लगी हैं। आने वाले दिनों में अब गलन का स्तर लगातार बढ़ता जाएगा।

पछुआ हवा भी चल रही

सीजन में शुक्रवार की रात सबसे ठंडी रही, रात में पारा 11 डिग्री तक पहुंच गया और अचानक ठंड बढ़ने से गलन भी लोगों को बखूबी महसूस हुई। मौसम विज्ञानियों के अनुसार पछुआ हवाओं के असर से वातावरण लगातार ठंडा होता जा रहा है। अब इस पखवारे के अंत तक न्यूनतम पारा दस डिग्री और अधिकतम पारा 25 डिग्री से भी कम हो सकता है। इसके साथ ही पूर्वांचल में लगातार कम हो रहे तापमान के बीच कोहरे का भी दौर शुरू हो चुका है। जल्द ही समूचे पूर्वांचल में कोहरा घना होने के साथ ही रात में व्यापक स्तर पर ओस भी गिरने का दौर शुरू हो जाएगा।