वाराणसी (ब्यूरो)। चेतगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत सेनपुरा निवासी सचिन जायसवाल, महमूरगंज गिरीनगर एक्सटेंशन निवासी देवेश खेलवानी, नई पोखरी पिशाचमोचन निवासी सतीश पाल उर्फ सत्यपाल और जीतू उर्फ अमित सोनकर की दोस्ती सिगरा थाने के पिशाचमोचन नगर महापालिका कॉलोनी निवासी 28 वर्षीय चंदन श्रीवास्तव उर्फ अमन पुत्र गोपाल श्रीवास्तव से थी।

बनाई लूटने की योजना
सभी दोस्त दिवाली की रात चंदन के घर पहुंचे और उसे लेकर कामायनी नगर कॉलोनी स्थित पार्क पहुंचे। यहां शराब पार्टी हुई। इसके बाद एक व्यापारी से 50 हजार रुपए लूटने की योजना बनाई गई। उसी समय यह तय कर लिया गया था कि व्यापारी द्वारा विरोध करने पर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी जाएगी।

पहले मनाया फिर की पिटाई
चंदन ने दिवाली पर्व पर घर पर रहने की बात करते हुए घटना में शामिल होने से मना कर दिया। इस पर वाद-विवाद शुरू हो गया। पहले सभी ने मिलकर चंदन को मनाने की कोशिश की। उसके नहीं मानने पर पिटाई कर दी। इसके बाद भी वह चंदन लूट की घटना में शामिल होने के लिए तैयार नहीं हुआ तो सचिन ने डराने के उद्देश्य से पिस्टल से हवाई फायरिंग कर दी।

फिर मार दी गोली
इसके बाद भी जब चंदन नहीं माना तो सचिन ने गुस्से में आकर चंदन की तरफ पिस्टल करके फायरिंग कर दी। गोली चंदन के गले को चीरते हुए आरपार हो गई। खून से लथपथ चंदन को वहीं पड़ा छोडक़र सभी फरार हो गए। घटना की सूचना पाकर चंदन के परिजन भागकर पहुंचे और उसे नजदीक ही एक अस्पताल में ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

सभी आरोपी गिरफ्तार
युवक चंदन के पिता गोपाल की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज आरोपियों की तलाश शुरू की। पुलिस ने शनिवार को बादशाहबाग स्थित पानी की टंकी के समीप से सचिन, देवेश और जीतू को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से 0.32 बोर की दो पिस्टल और पांच कारतूस बरामद किए।

आपराधिक प्रवृत्ति का था मृतक
सिगरा इंस्पेक्टर अनूप शुक्ला ने बताया कि मृतक चंदन भी आपराधिक किस्म का था। उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। चंदन और सचिन जायसवाल दोनों गैंगस्टर एक्ट के तहत जेल भी जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि चंदन अपने परिजनों को गुमराह भी करता था। वह घर में बताता था कि वह बाहर काम करता है, जबकि अपने दोस्तों के साथ यहीं रहता था।