-स्टूडेंट्स को भा रहा स्कूल, ऑफलाइन क्लास में बढ़ने लगी संख्या

-दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने जीवन ज्योति हायर सेकेंड्री व मेरी सिटी स्कूल का किया पड़ताल

जो स्कूल में पढ़ाई का माहौल रहता है, वो घर पर नहीं मिल पाता। घर पर घंटों ऑनलाइन पढ़ाई के लिए मोबाइल व लैपटॉप से चिपके रहते थे। इसके बाद फिर से पढ़ने का मन नहीं करता था। आंख भी दर्द करने लगता था। पर जब से स्कूल खुल गया है तब से इस समस्या का समाधान हो गया है। सबसे बड़ी बात स्कूल में कोरोना से बचाव के सारे उपाय किए गए हैं। स्कूल में कोरोना संक्रमण का खतरा न के बराबर है। क्लास में टीचर पढ़ा रही हैं तो कोर्स भी पूरी तरह से समझ में आ रहा है। यहां टीचर्स से सीधे अपने सवाल पूछने का मौका मिल जा रहा है। जबकि ऑनलाइन क्लास में यह संभव नहीं हो पाता था। जीवन ज्योति हायर सेकेंड्री स्कूल व मेरी सिटी स्कूल के स्टूडेंट्स ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रिपोर्टर से कुछ इस तरह अपनी बातें शेयर की।

स्थान-जीवन ज्योति हायर सेकेंड्री स्कूल

समय-सुबह आठ बजे

गाइडलाइंस का कड़ाई से हो रहा पालन

जीवन ज्योति हायर सेकेंड्री स्कूल, सारनाथ के एंट्री प्वाइंट से लेकर क्लास रूम तक कोरोना से बचाव संबंधी गाइडलाइंस का पूरी तरह पालन होते दिखाई दिया। सभी क्लास रूम में भी स्टूडेंट्स के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन हो रहा था। क्लास रूम में सभी स्टूडेंट्स अपने फेस पर मास्क लगायी हुई थीं।

स्टूडेंट्स से लेकर स्टॉफ तक

स्कूल आने वाली हर छात्रा मास्क लगाए हुए थी। स्कूल में बिना मास्क के किसी को एंट्री नहीं दिया जा रहा था। जिसके पास प्रॉपर मास्क नहीं था उनको गेट पर ही रोक दिया जा रहा था। उनको स्कूल की ओर से मास्क दिया जा रहा था। यहां स्टूडेंट्स से लेकर स्टॉफ तक मास्क में नजर आए।

किसी को साथ खड़े होने की छूट नहीं

यहां स्कूल के गेट के बाहर सहित कैंपस के अंदर तक स्टूडेंट्स की भीड़ नहीं लगने दी जा रही थी। गेट पर ही बताया जा रहा था कि कोई भी साथ खड़ा न हो। क्लास खत्म होने के बाद सभी स्टूडेंट्स को प्रॉपर सोशल डिस्टेंसिंग के बीच स्कूल से बाहर एक एक कर निकाला गया।

दूर दूर बैठने की व्यवस्था

क्लास रूम से लेकर लैब तक में स्टूडेंट्स के बीच सोशल डिस्टेंसिंग दिखी। टीचर्स की ओर से सब्जेक्ट पढ़ाने के साथ-साथ स्टूडेंट्स को कोविड गाइडलाइंस के बारे में जानकारी भी दी गई। वहीं स्कूल में एक रूम बीमार बच्चों के लिए बनाया गया है। यदि कोई स्टूडेंट बीमार हो गया तो उसे अन्य से अलग करते हुए इस रूम में बैठा दिया जाता है। यहां एक स्टाफ भी तैनात मिला।

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स्टूडेंट्स--बातचीत

क्लास में पढ़ाई करने का माहौल ही अलग होता है। ऑफलाइन स्टडी बहुत बेहतर है। ऑफलाइन स्टडी में सभी प्वाइंट आसानी से समझ में आ जाते हैं। जबकि ऑनलाइन क्लास में प्रॉब्लम सॉल्व करने के लिए कम मौका मिलता है।

अनुकृति

मैं महीनों से स्कूल खुलने का इंतजार कर रही थी। स्कूल आकर बहुत अच्छा लग रहा है। बस इसी तरह क्लास चलती रहे। पढ़ाई का अच्छा माहौल स्कूल में ही मिलता है, ऑनलाइन क्लास तो सिर्फ मजबूरी थी।

संजीविनी

लंबे समय बाद अपने फ्रेंड्स व टीचर से मिलने का भी मौका मिला है। टीचर क्लास में सामने पढ़ा रही हैं जिससे सब्जेक्ट ज्यादा समझ में आ रहा है। क्लास में आकर मुझे बहुत अच्छा लग रहा है।

नीलम

स्कूल में कोरोना के नियमों का पूरी तरह ध्यान रखा जा रहा है। स्कूल इसी तरह चलते रहें, जिससे हमारी स्टडी बेहतर हो सके। क्लास में टीचर से आसानी से सवाल पूछ सकते हैं। जबकि ऑनलाइन में मुश्किल होता है।

जागृति

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वर्जन

कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए स्कूल का संचालन किया जा रहा है। सुबह 08 से दोपहर 12 बजे तक छात्रों को बुलाया जा रहा है। स्कूल गेट पर एंट्री के दौरान ही सेनेटाइजेशन व थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था की गई है। गेट से क्लास रूम तक बच्चों को एक मीटर की दूरी बनाकर ही भेजा जा रहा है। क्लासेस में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है। क्लास खत्म होने पर दिन में तीन बार क्लास रूम व कैंपस को भी सेनेटाइज किया जा रहा है।

सिस्टर लीमा, प्रिंसिपल

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स्थान-मेरी सिटी स्कूल

समय-सुबह 08 बजे

गेट पर ही चेकिंग

मेरी सिटी स्कूल में भी कोविड गाइडलाइंस का प्रॉपर पालन होते नजर आया। स्कूल गेट से लेकर क्लास तक हर एक स्टूडेंट पर नजर रखने के साथ ही फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कराया गया। वहीं स्कूल गेट पर हर एक स्टूडेंट की थर्मल स्कैनिंग के साथ ही उनका नाम, क्लास भी नोट किया गया।

सेनेटाइजेशन की व्यवस्था

इस स्कूल में भी मेन गेट, परिसर तथा क्लास रूम में सेनेटाइजेशन की व्यवस्था नजर आई। ग्राउंड की बजाए क्लास रूम में प्रेयर हुई। सभी स्टूडेंट्स को कोविड से बचाव संबंधी जानकारियां भी दी गईं।

दिन प्रतिदिन बढ़ रही संख्या

जैसे-जैसे दिन गुजर रहे हैं, स्कूलों में स्टूडेंट्स की अटेंडेंस बढ़ती नजर आ रही है। स्कूल प्रबंधन की माने तो आने वाले दिनों में स्टूडेंट्स का अटेंडेंस ग्राफ और भी अधिक बढ़ेगा।

ऑनलाइन के मुकाबले ऑफलाइन क्लास ज्यादा बेहतर है। कोई भी सब्जेक्ट न समझ आने पर टीचर से तुरंत पूछ सकते हैं।

आशीष सिंह बारी

क्लासेस शुरू होने से खासी राहत मिली है। ऑनलाइन क्लासेस के मुकाबले ऑफलाइन क्लासेस मुझे ज्यादा पसंद है।

खुशी मिश्रा

ऑनलाइन जब क्लास कर रही थी तो बहुत सवाल होते थे। उनको पूछने के लिए इंतजार करना पड़ता था। कई बार तो समय ही समाप्त हो जाता था। पर अब ऐसा नहीं होता है। यहां तुरंत डाउट क्लीयर हो जाता है।

निहारिका चौधरी

स्कूल आने से पहले डर लग रहा था। लेकिन जब ऑफलाइन क्लास करने आयी तो इंतजाम देखकर डर खत्म हो गया। कैंपस में कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया जा रहा है।

अमित कुमार

वर्जन----

कोरोना महामारी को देखते हुए स्कूल में विशेष व्यवस्था की गई है। स्कूल परिसर से लेकर क्लासेस में फिजिकल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है। थर्मल स्कैनिंग व सेनेटाइजेशन पर भी पूरा फोकस है।

हरीश चंद्र राय, चेयरमैन

मेरी सिटी स्कूल