- बनारस में आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार कर रहीं महिलाएं

वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से सिर्फ बनारस ही नहीं पूरी दुनिया परेशान है। नौकरी पेशा लोग अपनी जॉब को लेकर टेंशन में हैं तो व्यापार करने वाले अपने डूबते कारोबार को लेकर। आपदा के इस दौर को बनारस की महिलाओं ने अवसर में बदलने का प्रयास शुरु कर दिया है। मीरापुर बसहीं गांव की महिलाएं पीएम के आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार कर रही हैं्। पीएम के इस अभियान के तहत यहां की महिलाएं होम मेड पीपीई किट तैयार कर रही हैं। इस गांव की महिलाएं एक साथ इकट्ठा होकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पीपीई किया तैयार कर रही हैं। किट बनाने वाली शशि देवी ने बताया कि कोरोना काल में जब उनके पति का रोजगार ठप पड़ गया तो उन्होंने अपने हुनर का इस्तेमाल कर डूडा के मदद से घर में ही पीपीई किट बनाना शुरू कर दिया। इस काम से उन्हें अच्छी आय होने लगी और आपदा अवसर में बदल गया।

120 रुपए होगी कीमत

वहीं रेखा देवी ने बताया कि हमारे डॉक्टर, सफाईकर्मी और पुलिसकर्मी लगातार इस आपदा के समय फ्रंट वॉरियर की तरह कोरोना से जंग लड़ रहे हैं। ऐसे में उनके सहयोग के लिए हम महिलाएं पीपीई किट तैयार कर रही हैं, जिससे वो सुरक्षित रहे सकें। डूडा की परियोजना अधिकारी जया सिंह ने बताया कि होम मेड तैयार हो रहे इन पीपीई की सप्लाई सरकारी अस्पतालों में की जा रही है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत तैयार हो रहे इस पीपीई किट की कीमत महज 120 रुपये है।