- पूरे शहर में महिलाओं की सुरक्षा के लिए होंगे विशेष इंतजाम

-50 करोड़ रुपये से विकसित होंगी हाईटेक सुविधाएं

भेलूपुर थाना क्षेत्र में आए दिन महिलाओं के साथ चेन स्नैचिंग की वारदात, गंगा घाटों पर महिलाओं से लूट और स्कूल-कालेज के पास लड़कियों से छेड़छाड़ की घटनाएं अब नहीं होंगी। वाराणसी में महिलाएं पूरी तरह से सेफ रहेंगी। महिलाओं की सुरक्षा के लिए खास कवच बनाने की कवायद शुरू हो गई है। भेलूपुर समेत शहर के सभी थाना क्षेत्रों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पिंक बूथ बनाए जाएंगे। घाट से लेकर शहर के प्रमुख बाजार और स्कूल-कालेज के पास पिंक फैंटम दस्ते की तैनाती रहेगी। महिला पुलिसकíमयों के साथ जीपीएस सिस्टम लगे 15 पिंक वैन पूरे शहर में गश्त करेंगी। शहर में जगह-जगह लगने वाले सर्विलांस कैमरे से महिलाओं पर नजर रखी जाएगी। अगर महिला या लड़की के साथ कोई घटना होगी तो महिला पुलिस तुरंत मदद के लिए पहुंचेगी।

-वाराणसी में सेफ सिटी योजना के तहत महिलाओं की सुरक्षा के लिए खास कवच तैयार किया जा रहा है, जिस पर 50 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

-शहर में जहां-जहां भी अंधेरा यानी डार्क जोन है, वहां एलईडी लाइट लगाकर रोशनी की जाएगी।

-गंगा किनारे सभी 80 घाटों पर 160 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। एक घाट पर दो कैमरे लगाए जाने की योजना है।

-गंगा की लहरों पर पिंक बोट से महिला पुलिस गश्त करेंगी। पेट्रोलिंग करके महिला पर्यटकों की सुरक्षा करेंगी। ये बोट जीपीएस सिस्टम से लैस होगी।

-शहर में दौड़ने वाली सिटी ट्रांसपोर्ट बसों में पैनिक बटन लगाए जाएंगे। मुश्किल वक्त में महिलाएं बटन दबाकर पुलिस से मदद की गुहार लगा सकती हैं। एक बस 4 बटन लगाए जाएंगे।

- गंगा घाट से लेकर शहर के मुख्य मार्गो और बाजारों में महिलाओं के लिए 50 पिंक टॉयलेट और स्मार्ट वीमेन शेल्टर होम बनाए जाएंगे।

-गलियों के शहर वाराणसी में सुगमता से सभी जगह मदद पहुंचाने के लिए पिंक स्कूटर रहेगी। महिला पुलिस की तैनाती के साथ, हर थाने को दो पिंक स्कूटर दी जाएंगी।

-महिला और लड़कियों के लिए स्पेशल पिंक ऑटो चलाया जाएगा, जिसे लेडीज ड्राइवर ही चलाएगी। इसके लिए आरटीओ के जरिए महिलाओं को ट्रेंड किया जा रहा है।

-दशाश्वमेध, भेलूपुर समेत शहर के प्रमुख बाजार, गंगा घाट, स्कूल-कालेज, मॉल में सादे वर्दी में महिला पुलिसकर्मी गश्त करती रहेंगी।

-शहर के प्रमुख पर्यटन स्थल, मल्टीलेवल पार्किंग, मॉल, शॉपिंग काम्प्लेक्स में महिला सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जाएगी।

-शहर में यदि कोई महिला मुसीबत में है तो उसकी गुहार इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में भी पहुंचेगी और महिला की हर संभव मदद की जाएगी।

-महिला पर्यटकों के लिए लेडीज टूर गाइडों की सूची तैयार की जाएगी, जो प्रमुख स्थलों पर चस्पा रहेगी।

-पांडेयपुर में चल रही आशा ज्योति केंद्र की अब नई बिल्डिंग बनेगी., यहां किसी भी अपराध पीडि़त को रखा जाएगा। ऐसी पीडि़ता की काउंसलिंग की जाएगी।

- पर्यटक स्थल, मंदिर, बाजार समेत प्रमुख स्थलों पर पम्पलेट के जरिए डायल 112 समेत महिला हेल्प लाइन नंबरों की जानकारी दी जाएगी।

महिलाएं जब घर से निकलें तो निडर होकर अपने काम पर जाएं। घरवालों को भी उनकी चिंता न रहे। इसलिए 50 करोड़ की लागत से सेफ सिटी प्रोजेक्ट तैयार किया गया है, जो शासन को भेजा गया है। भविष्य में मुसीबत या समस्या के दौरान एक काल पर पुलिस मदद के लिए पहुंचेगी। महिलाओं की सुरक्षा के लिहाज से हर बिन्दुओं पर काम किया जाएगा।

-दीपक अग्रवाल, कमिश्नर