वाराणसी (ब्यूरो)बनारस की संकरी गलियों में निकाय चुनाव के लिए अब महज कुछ ही दिन शेष बचे हैंइसको देखते हुए पुराने प्रत्याशियों के साथ ही एक बार फिर शहर की महिलाएं अपना दमखम दिखाने की तैयारी में जुट गई हैंजहां पिछली बार 90 वार्ड होने पर 30 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित थीं, वहीं इस बार 100 वार्ड होने पर सीटें बढऩे की संभावना हैइसके साथ ही शहर की महिलाओं ने ये ठाना है कि बिना महिला और नारी शक्ति के निकाय चुनाव में किसी भी प्रत्याशी को सफलता पाना मुश्किल साबित हो रहा हैअपनी दावेदारी को शहर के अंदर लोहा मनवाने के लिए एक बार फिर महिलाओं ने पूरे दमखम के साथ मैदान में उतरने की तैयारी कर ली हैइस बार तो खास बात यह रहेगी कि चुनाव के अंदर यूथ महिला प्रत्याशियों की संख्या में ज्यादा बढोत्तरी रहेगी.

122 प्रत्याशियों ने ठोकी थी ताल

नगरीय निकाय चुनाव के फ्लैश बैक रिपोर्ट में 2017 में देखने को मिला था शहर के अंदर विभिन्न पार्टियों से टिकट लेकर 122 महिला उम्मीदवारों ने अपनी बिगुल बजाई थीइसमें से 90 वार्डो के सापेक्ष 30 महिलाओं ने अपनी वार्ड की दावेदारी जीती थीइस बार तो कयास लगाया जा रहा है कि वार्ड की संख्या में बढोत्तरी के कारण सीटें ज्यादा होंगीइसी के साथ ही महिलाओं के अंदर अब ज्यादा से ज्यादा सीटो पर चुनाव लडऩे का रूझान देखा जा रहा है.

एजेंडा पर फोकस

इस बार महिलाओं की तरफ से जो भी महिला प्रत्याशी चुनावी मैैदान में उतरने की प्लानिंग कर रही हैैं, वह पिछली बार की तरह अपने मेन चुनाव एजेंडे पर फोकस रहेगीइसमें महिलाओं ने प्लानिंग की है वह इस बार सबसे ज्यादा अपने चुनावी वादों को पूरा करवाने के लिए फोकस करेंगी और उस पर ही कार्य करेंगीइस बार की महिलाओं ने सबसे ज्यादा सड़कों, स्ट्रीट लाइट, पार्क और महिला सुरक्षा के लिए मैदान में उतरने के लिए प्लानिंग की है.

सीटों के आधार पर हो रही तैयारी

नगर निगम प्रशासन द्वारा अभी तक सीटों के आरक्षण को लेकर कोई भी अधिसूचना जारी नहीं की गई हैइसके बाद भी महिलाओं ने चुनाव विशेषज्ञों से सलाह लेकर सीटों के आरक्षण जिसमें एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण को ध्यान में रखते हुए अपनी चुनावी तैयारियों और अपनी जीत को दर्ज कराने के लिए मैदान में ताल ठोक दी है.

नारीशक्ति में दिखेगी युवाशक्ति

चुनाव विशेषज्ञों की मानें तो इस बार के नगरीय चुनाव में नारीशक्ति तो हर साल की तरह कुछ ज्यादा ही रहेगीखास बात यह है यूथ महिलाओं की संख्या सबसे ज्यादा रहेगीशहर की यूथ महिलाओं का दावा है कि वह चुनाव में उतर के अपनी जीत दर्ज कराके बनारस की जनता को एक नए विकास के धांगे से बांधने का काम करेंगीइसके साथ ही उनका पूरा प्रयास रहेगा कि बनारस की जनता को ज्यादा से अवसर मिले.

टिकट नहीं तो निर्दल मैदान में

महिलाओं की इच्छाशक्ति इस बार काबिलेतारीफ हैउनका कहना है कि वह अपने प्रयासों से सबसे पहले पार्टी के टिकट पर चुनाव लडऩे का प्रयास करेंगीइसके बाद यदि कोई पार्टी उन्हें टिकट नहीं देती है तो वह निर्दल ही मैदान में उतरने का प्रयास करेंगी.

2017 में आरक्षण की स्थिति

महिला सामान्य-20

महिला ओबीसी-08

महिला एससी-02

कुल महिला सीट-30