-योगी आदित्य नाथ को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ समारोह में था पहुंचना

-दो गुटों में छात्र नेताओं के बटने से माहौल तनावपूर्ण देख प्रशासन ने बनारस में ही लिया रोक

-भड़के योगी ने कहा, सूबे की सपा सरकार कर रही है तानाशाही

VARANASI

गोरक्ष पीठाधीश्वर व भारतीय जनता पार्टी के सांसद योगी आदित्यनाथ को प्रशासन ने शुक्रवार की सुबह इलाहाबाद जाने के दौरान रोक दिया। इस दौरान हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं से अधिकारियों की नोकझोंक हुई और कुछ देर तक हंगामे की स्थिति बनी रही। योगी को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ की ओर से आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने जाना था लेकिन वहां दो छात्र गुटों के आपस में बट जाने के बाद स्थिति तनावपूर्ण होता देख प्रशासन ने योगी के इलाहाबाद जाने पर रोक लगा दी। बाद में योगी मां विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन करने मिर्जापुर रवाना हो गए। दोपहर बाद वाराणसी लौटने के बाद गोरखपुर चले गए।

रोक दिया काफिला

योगी आदित्य नाथ गुरुवार को बनारस में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में भाग लेने आए थे। शुक्रवार की सुबह वह टकटकपुर स्थित हिन्दू युवा वाहिनी के एक कार्यकर्ता के आवास पहुंचे थे। जहां से इलाहाबाद रवाना होते ही अधिकारियों ने उनके काफिले को रोक लिया। पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने योगी से इलाहाबाद न जाने का आग्रह किया। उन्हें बताया कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कार्यक्रम को लेकर छात्रों के दो गुटों में बट जाने से वहां स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। ऐसे में इलाहाबाद प्रशासन ने उनके शहर प्रवेश पर रोक लगा दी है। जिसके बाद योगी का काफिला रोके जाने से नाराज हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं की अधिकारियों से नोकझोंक भी हुई। हालांकि बाद में योगी ने स्वयं इलाहाबाद न जाने के अधिकारियों के आग्रह को मान लिया और मां विंध्यवासिनी का दर्शन करने के लिए मिर्जापुर चले गए।

सरकार हमसे डरती है इसलिए ऐसा किया

मिर्जापुर से योगी आदित्य नाथ लौटकर फिर से वाराणसी सर्किट हाऊस पहुंचे, जहां मीडिया से बातचीत में राज्य सरकार के रवैये को तानाशाही करार देते हुए बोले कि सूबे की सरकार हमसे डरती है। इसलिए कहीं भी आने-जाने से मुझे रोकती है। बाद में योगी गाजीपुर व मऊ होते हुए गोरखपुर चले गए।