देहरादून (एएनआई)। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में द्रौपदी का डंडा पर्वत शिखर पर बचाव अभियान में अब तक कुल 19 शव बरामद किए गए हैं। उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने एएनआई को बताया, "कुल 19 शवों को दरार से बरामद किया गया है। आज हल्के हेलीकॉप्टर से शवों को मतली हेलीपैड पर लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।" बचाव अभियान के लिए तैनात राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम 19 शवों में से चार शवों को शिखर शिविर में ले आई, जबकि 15 शव घटनास्थल से बरामद कर लिए गए।

अचानक आए हिमस्खलन में फंसे पर्वतारोही
डीजीपी अशोक कुमार ने कहा, "शिखर शिविर से एसडीआरएफ कांस्टेबल के अनुसार चार शवों को शिखर शिविर में लाया गया है।" बता दें एक एनआईएम के पर्वतारोही मंगलवार सुबह ट्रेनिंग लेने पर्वत पर गए थे जहां अचानक आए हिमस्खलन के बाद कई लोग ग्लेशियर की दरार में फंस गए थे। टीम समिट कर लौट रही थी। एनआईएम की उन्नत प्रशिक्षण पाठ्यक्रम टीम में प्रशिक्षु और प्रशिक्षक शामिल थे। गुरुवार को 12 और शव बरामद किए गए। उत्तराखंड पुलिस ने कहा कि बरामद शवों में से 14 ट्रेनी के थे और दो ट्रेनर थे।

एडवांस्ड माउंटेनियरिंग कोर्स में ले रहे थे हिस्सा
इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पर्वतारोहियों की मौत पर शोक जताया। एएनआई से बात करते हुए। मुख्यमंत्री ने कहा, "बचाव दल लगातार काम कर रहे हैं और मैं स्थिति पर नजर रख रहा हूं।" मंगलवार को नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के करीब 41 प्रशिक्षु और प्रशिक्षक हिमस्खलन की चपेट में आ गए। थे संस्थान ने बताया कि एनआईएम उत्तरकाशी में 14 सितंबर को एडवांस्ड माउंटेनियरिंग कोर्स शुरू हुआ था और सभी यहां ट्रेनिंग ले रहे थे।

National News inextlive from India News Desk