- वित्त मंत्री प्रकाश पंत ने सदन में पेश किया 2019-20 का बजट

- लंच के बाद विपक्ष की गैरमौजूदगी में पेश हुआ राज्य का बजट

-22.79 करोड़ का राजस्व सरप्लस संभावित

-6798.15 करोड़ का राजकोषीय घाटा होने का अनुमान

DEHRADUN: वित्त मंत्री प्रकाश पंत ने मंडे को वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए 48663.90 करोड़ का सरप्लस बजट सदन में पेश किया। आगामी लोक सभा चुनाव से पहले पेश बजट को टैक्स फ्री (कर रहित बजट) गांव, किसान, महिला एवं बाल सशक्तिकरण पर फोकस करते हुए लोकलुभावन बनाया गया है।

लोक कल्याणकारी बजट
बजट सत्र के दौरान सोमवार को सदन में लंच के बाद शाम 4 बजे वित्त मंत्री प्रकाश पंत ने विपक्ष की गैर मौजूदगी में बजट भाषण शुरू किया। बजट भाषण की शुरुआत में वित्त मंत्री ने कहा कि यह बजट पीएम नरेन्द्र मोदी की विचारधारा 'हम वादे नहीं, इरादे लेकर आये हैं' पर आधारित है। यह बजट किसान, स्वरोजगार एवं महिला कल्याण पर तो आधरित है ही, सीएम त्रिवेंद्र रावत के दिशा-निर्देशन में सरकार द्वारा की गई प्रगति और वित्तीय प्रबंधन से तमाम कार्यक्रमों के लिए प्रतिबद्धता को भी प्रमाणित करता है।

साल भर में ये आंकड़े आए सामने
वित्त मंत्री ने कहा कि वर्ष 2019-20 में कुल 48663.90 करोड़ का व्यय अनुमानित है। कहा, कि कुल व्यय में 38932.70 करोड़ राजस्व लेखे व 9731.20 करोड़ पूंजी लेखे का व्यय है। जबकि अगले वित्तीय वर्ष में कुल 48679.43 करोड़ की प्राप्तियां अनुमानित हैं, जिसमें 38955.49 करोड़ राजस्व एवं 9723.94 करोड़ पूंजीगत प्राप्तियों में कर राजस्व 23622.11 करोड़ है। जिसमें, केन्द्रीय करों में राज्य का अंश 8885.26 करोड़ शामिल है। कहा, स्वयं के स्त्रोतों से कुल 18991.66 करोड़ राजस्व प्राप्ति अनुमानित है। इसमें कर राजस्व 14736.85 करोड़ व करेत्तर राजस्व 4254.81 करोड़ अनुमानित किया गया है। वित्त मंत्री के अनुसार बजट में कोई घाटा अनुमानित नहीं है, बल्कि 22.79 करोड़ का राजस्व सरप्लस संभावित है। हालांकि 6798.15 करोड़ का राजकोषीय घाटा होने का अनुमान है। समेकित निधि का घाटा पूरा करने के लिए 150 करोड़ लोक-लेखा से समायोजित किए जाएंगे।

 

 

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कर्ज-ब्याज में जाएंगे 8208 करोड़

बजट के मुताबिक वर्ष 2019-20 में उत्तराखंड को कर्ज व ब्याज चुकाने में 8208 करोड़ देने होंगे। लोन की अदायगी में 2876.31 करोड़ और ब्याज चुकाने के लिए बजट में 5332.19 करोड़ का प्रावधन रखा गया है।

 

यहां जाएगा पैसा

-राज्य कर्मचारियों के वेतन-भत्ते आदि पर व्यय--13340 करोड़

-सहायता प्राप्त शिक्षण एवं अन्य संस्थानों के शिक्षकों-कर्मचारियों के वेतन-भत्तों पर खर्च-- 1173.80 करोड़

-पेंशन एवं अन्य सेवानिवृत्तिक लाभों की देयता पर व्यय---5942.69 करोड़