पीसीएस अधिकारियों को अपर सचिव बनाए जाने के फैसले पर बैकफुट पर आई सरकार

24 घंटे में ही अपर सचिव सीएम से हटाकर संयुक्त सचिव सीएम के पद पर दी गई तैनाती

DEHRADUN:

आखिरकार आईएएस अधिकारियों की नाराजगी और भारी दबाव के चलते त्रिवेंद्र सरकार ने ख्ब् घंटे में ही ख् पीसीएस अधिकारियों की नियुक्ति को बदलकर अपर सचिव सीएम से हटाकर संयुक्त सचिव सीएम के पद पर तैनात कर दिया। आपको बता दें कि शुक्रवार को दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने पहले ही पीसीएस अधिकारियों को अपर सचिव पर दी गई तैनाती को लेकर उत्तराखंड में गलत परंपरा डालने और सूबे के आईएएस, पीसीएस अधिकारियों में नाराजगी होने की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी।

आईएएस अधिकारियों में था भारी रोष

गौरतलब है कि शुक्रवार को कार्मिक विभाग द्वारा ख्00भ् के पीसीएस अधिकारी ललित मोहन रयाल को अपर सचिव सीएम, ख्00भ् के ही पीसीएस अधिकारी डॉ। मेहरबान सिंह बिष्ट को भी अपर सचिव सीएम बनाने के साथ सचिवालय सेवा के अधिकारी प्रदीप सिंह रावत को अपर सचिव सीएम की जिम्मेदारी सौंपी गई। जिसके बाद आईएएस अधिकारियों के अलावा पीसीएस अधिकारियों ने भी इस फैसले के खिलाफ रोष जताया था। पीसीएस अफसरों को अपर सचिव की तैनाती के आदेश के बाद से ही सचिवालय में आईएएस अधिकारियों के बीच इस नई परंपरा को लेकर एक नई बहस छिड़ गई थी। दरअसल कई आईएएस कैडर के अफसर भी प्रतिक्षा में हैं। जिनको जिम्मेदारी तय होनी थी। इसके बाद प्रदेश सरकार पर गलत परंपरा डालने की बात भी सामने आने लगी थी।

ट्रांसफर में किया गया बदलाव

शनिवार को आईएएस अफसर के भारी विरोध के बाद त्रिवेंद्र सरकार बैकफुट पर आ गई। प्रभारी सचिव कार्मिक अरविन्द सिंह ह्यांकी के आदेश पर ललित मोहन रयाल, पीसीएस-ख्00भ् को अपर सचिव, सीएम के पद पर किए गए ट्रांसफर को बदलकर संयुक्त सचिव, सीएम के पद पर तैनात किया गया है। जबकि डॉ। मेहरबान सिंह बिष्ट, पीसीएस-ख्00भ् को अपर सचिव, सीएम के पद पर ट्रांसफर में भी फेरबदल कर संयुक्त सचिव, सीएम के पद पर तैनात किया गया है।