देहरादून।

विद्युत नियामक आयोग की ओर से तीनों ऊर्जा निगमों में कार्यरत अधिकारियों के टेक्नॉलोजी एवं रेग्युलेटरी बदलावों से संबंधित प्रशिक्षण के लिए उत्तराखंड विद्युत प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना पर जोर दिया। उन्होंने विद्युत निगमों के एमडी के साथ इस संबंध में बैठक की।

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समय-समय पर हो प्रशिक्षण

विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष सुभाष कुमार की अध्यक्षता में यूजेवीएनएल, पिटकुल और यूपीसीएल की बैठक हुई। उन्होंने निगमों में कार्यरत कर्मचारियों को समय-समय पर प्रशिक्षण देने की आवश्यकता पर जोर देते हुए राज्य में एक स्वतंत्र एवं स्वचालित विद्युत प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना की आवश्यकता जताई।

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प्रबंध निदेशकों ने रखे सुझाव

बैठक के दौरान तीनों निगमों के प्रबन्ध निदेशकों ने उत्तराखंड विद्युत प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना एवं उसकी संरचना से संबधित विषयों पर अपने सुझाव रखे और कहा कि यह संस्थान राजधानी देहरादून से उचित दूरी पर होना चाहिए। इससे यात्रा का समय, सड़क, रेल एवं हवाई मार्ग आदि से संबंधित कनेक्टिविटी अच्छी रहेगी। आयोग के सचिव नीरज सती ने इस प्रशिक्षण संस्थान की रचना एवं स्थापना के लिए देश के अन्य ऊर्जा प्रशिक्षण संस्थानों की श्रेष्ठतम कार्यप्रणलियों का विश्लेषण कर विचार करने का सुझाव दिया गया। यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक बीसीके मिश्रा ने उत्तराखंड प्रशिक्षण संस्थान के लिए उपाकालि में उपलब्ध भूमि को हस्तांतरित करने का प्रस्ताव आयोग के समक्ष रखा।

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कमेटी की स्थापना के निर्देश

सुभाष कुमार ने आयोग के अधिकारी एवं ऊर्जा निगमों के अधिकारियों को सम्मिलित कर एक कमेटी की स्थापना करने के निर्देश दिये। बताया कि कमेटी प्रस्तावित उत्तराखंड विद्युत प्रशिक्षण संस्थान की आधारभूत संरचना से संबधित विषय जैसे भूमि एवं संस्थान के स्वरूप का विश्लेषण कर आयोग के समक्ष एक रिपोर्ट एवं प्रस्ताव प्रस्तुत करेगी।

ये थे मौजूद

बैठक में आयोग की ओर से सचिव नीरज सती, निदेशक (वित्त) दीपक पांडे, उपनिदेशक (तकनीकी) यशर्वधन डिमरी,यूपीसीएल के एमडी बीसके मिश्रा,यूजेवीएनएल के एमडी एसएन वर्मा, एमडी पिटकुल संदीप सिंघल आदि उपस्थित थे।