- 10 हजार दुधारू पशु उपलब्ध कराने के साथ 500 आंचल मिल्क बूथ होंगे स्थापित

>DEHRADUN: मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत 3 हजार दुग्ध उत्पादकों को 10 हजार दुधारू पशु उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके साथ ही 500 आंचल मिल्क बूथ भी स्थापित किए जाएंगे। इसके तहत राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना और गंगा गाय महिला डेरी योजना में दुधारू पशुओं को खरीदने पर 25 प्रतिशत अनुदान और शहरी क्षेत्रों में आंचल मिल्क बूथ स्थापित करने के लिए 20 प्रतिशत अनुदान पर लोन उपलब्ध करवाया जा रहा है। सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए ग्राम स्तर पर रोजगार के साधन उपलब्ध कराने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। पशुपालन से ग्रामीणों की आजीविका में सुधार लाया जा सकता है। उक्त योजना का लाभ दुग्ध सहकारी समिति के सदस्यों को दिया जाएगा। जो समिति का सदस्य न हो और सदस्य बनने का इच्छुक हो, उन्हें भी योजना का लाभ दिया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के सिर से चारे का बोझ हटाने और पोष्टिक व हरे चारे की उपलब्धता के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा साइलेज एवं पशु पोषण योजना शुरू की गई है। जिसके तहत 50 प्रतिशत अनुदान पर साइलेज (मक्के का हरा चारा) उपलब्ध कराया जा रहा है।