गुरूवार को नैनीताल ज़िले के हल्द्वानी विधान सभा क्षेत्र में अपने व्यस्त चुनावी कार्यक्रम से समय निकाल कर उन्होंने बीबीसी संवाददाता इक़बाल अहमद से विशेष बातचीत की.

हरीश रावत अपनी पार्टी की जीत के प्रति पूरे आश्वस्त नज़र आए लेकिन ये पूछे जाने पर कि क्या वे ही उत्तराखंड के अगले मुख्यमंत्री होंगे तो उन्होंने बड़ी सफ़ाई से इसको टालते हुए कहा कि वे केवल कांग्रेस के एक आम कार्यकर्ता और सिपाही है.

हरीश रावत ने कहा कि लोग भाजपा की मौजूदा सरकार से तंग आ चुके हैं और कांग्रेस के पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए लोग काम करने वाली सरकार बनाना चाहेंगे और कांग्रेस के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है.

वोट की मांग

उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस केवल नकारात्मक आधार पर वोट नहीं मांग रही है कि भाजपा सरकार ने ये नहीं किया, वो नहीं किया और केवल भ्रष्टाचार में लिप्त रही.

उनके मुताबिक़ कांग्रेस पार्टी एक सकारात्मक तैयारी के साथ राज्य को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी.

उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बाद कांग्रेस सरकार खेती, शिक्षा ख़ासकर तकनीकी शिक्षा, पर्यावरण, जल संसाधन का विकास जैसे मुद्दों पर विशेष ध्यान देगी.

लेकिन ये पूछे जाने पर कि पिछले 10-12 वर्षों में लोगों की उम्मीदों के साथ इंसाफ़ क्यों नहीं हो सका, उनका कहना था कि 2002 में जब कांग्रेस की सरकार बनी थी तो उसने अच्छी शुरूआत की थी और कई परियोजानाओं को शुरू किया गया था.

उनके अनुसार औद्योगिकरण, विधुत उत्पादन, आधार भूत ढांचे के विकास आदि क्षेत्रों में काफ़ी प्रगति हुई थी लेकिन 2007 में उनकी पार्टी की हार के बाद ये सब रूक गया.

मुख्यमंत्री कौन?

इसके लिए भी उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री एनडी तिवारी का नाम लिए बग़ैर उनको ज़िम्मेदार ठहराते हुए कहा, हमारी सरकार अच्छी थी लेकिन जिनके हाथों में हमारी रहनुमाई थी उनकी सोच गड़बड़ा गई थी और कुछ बाग़ी उम्मीदवारों ने कांग्रेस को हरा दिया था.

हरीश रावत ने आगे कहा कि 2007 में सत्ता में आने के बाद से भारतीय जनता पार्टी ने सारी चीज़ों को गड़बड़ा दिया.

उनका कहना था, “विकास को भाजपा ने पूरी तरह छोड़ दिया. भ्रष्टाचार शिष्टाचार बन गया. गंगा से लेकर दैवी आपदा तक के किसी पैसे को उन्होंने छोड़ा नहीं और प्रशासन तंत्र को बिल्कुल नकारा बना दिया.”

हरीश रावत के गृह ज़िले अलमोड़ा में पिछले दस वर्षों में जनसंख्या कम हुई है जिसका एक बड़ा कारण है युवाओं का पलायन.

इसके बारे में पूछे जाने पर हरीश रावत ने कहा कि ये चिंता का विषय है और कांग्रेस की सरकार आने के बाद ऐसे हालात पैदा करने की कोशिश की जाएगी कि लोगों को नौकरियां मिल सकें जिससे उन्हें बाहर जाने की ज़रूरत ना पड़े.

उन्होंने कहा कि पहाड़ों में खेती मर रही है जो पूरे देश के लिए चिंता का विषय है.

National News inextlive from India News Desk