- महंगाई के विरोध में गले में प्याज डाले विधानसभा में दाखिल हुईं दो कांग्रेसी लीडर

- चारधामों के लिए श्राइन बोर्ड गठन को लेकर तीर्थ पुरोहितों ने सड़क पर किया प्रदर्शन

देहरादून,

विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन में महंगाई का मुद्दा गूंजा। कांग्रेसी नेता विधानसभा के अंदर प्याज की माला पहनकर घुस गए और सरकार को महंगाई पर अंकुश लगाने में विफल करार दिया। वहीं, चारधामों के लिए श्राइन बोर्ड गठन के फैसले को लेकर चारधाम तीर्थ पुरोहितों ने सड़क पर हंगामा किया। सदन में भी कांग्रेस ने महंगाई के मुद्दे पर ही सरकार को घेरा, इस पर संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक ने जवाब देते हुए कहा कि महंगाई समवर्ती सूची का विषय है। राज्य में महंगाई कंट्रोल करने में सरकार सफल रही है। उनके इस बयान से अंसतुष्टि जताते हुए कांग्रेसी विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।

सरकार के खिलाफ कांग्रेसी मोर्चा

वेडनसडे को विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन की कार्रवाई शुरू होते ही विपक्ष ने महंगाई का मुद्दा उछाल दिया। विपक्ष ने नियम 310 (सभी कामकाज रोककर चर्चा) में चर्चा की डिमांड करते हुए वेल में पहुंचकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। पीठ की ओर से नियम-58 के तहत सुनवाई पर विपक्षी माने। लीडर ऑफ अपोजिशन डॉ। इंदिरा हृदयेश ने कहा कि आर्थिक मंदी के दौर में महंगाई ने आमजन का जीना मुश्किल कर दिया है। प्याज, लहसुन, दालें, पेट्रो प्रोडक्ट के दाम आसमान छू रहे हैं। सस्ते रेट पर प्याज मुहैया कराने में भी सरकार विफल रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व विधायक प्रीतम सिंह ने महंगाई के पीछे नोटबंदी व जीएसटी इंप्लीमेंटेशन से बिगड़ी अर्थव्यवस्था को इसका कारण बताया। विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल, करन माहरा, हरीश धामी, ममता राकेश, काजी निजामुद्दीन, राजकुमार, आदेश चौहान ने भी सरकार को घेरने की पूरी कोशिश की।

सदन से किया वॉकआउट

कांग्रेसी विधायकों के सवाल पर संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक ने इंडस्ट्रियल इनवेंस्टमेंट, एप्लॉयमेंट, एमएसएमई, सस्ती दाल मुहैया कराने जैसे सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी। उन्होंने पेट्रोल-डीजल, दालें, आटा, चावल के रेट्स की दूसरे स्टेट्स व सिटीज से तुलना कर सदन में आंकड़े पेश किए। कहा कि राज्य में सरकार ने महंगाई को कंट्रोल किया है। इसके बाद पीठ ने इस मुद्दे पर चर्चा को अग्राह्य बताया। सरकार के जवाब से असंतुष्ट लीडर ऑफ अपोजिशन की अगुआई में सदन से वॉकआउट कर दिया।

श्राइन बोर्ड पर तीर्थ पुरोहितों का हंगामा

देवभूमि तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी महापंचायत ने सरकार द्वारा चारधाम के लिए श्राइन बोर्ड बनाने के विरोध में विधानसभा कूच किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों को बेरिकेडिंग लगाकर पुलिस ने विधानसभा से पहले ही रोक लिया। इस पर तीर्थ पुरोहित और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई और तीर्थ पुरोहित वहीं धरने पर बैठ गए। तीर्थपुरोहितों के 9 सदस्यीय डेलिगेशन ने सीएम के प्रतिनिधि उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत से मिलकर अपनी मांग उनके सामने रखी। महापंचायत के मुख्य प्रवक्ता डॉ बृजेश सती ने बताया कि श्राइन बोर्ड का प्रस्ताव विधानसभा में पेश करने से पहले चारधाम व 47 मंदिरों के तीर्थ पुरोहितों को विश्वास में लिया जाना चाहिए। डॉ। धन सिंह रावत ने डेलिगेशन को आश्वस्त किया कि सरकार इस दिशा में चर्चा के बाद ही निर्णय लिया। इस दौरान देवभूमि तीर्थ पुरोहित हक-हकूक धारी महापंचायत के सुरेश सेमवाल, रविंद्र सेमवाल, रमेश चंद सती, हरीश देवरी, कृष्णकांत कोठियाल, विनोद शुक्ला, लक्ष्मीनारायण, योगदान, जगमोहन एवं कुर्क रितेश्वर, उनियाल शामिल थे।

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एससीवीटी वाले आइटीआई होंगे बंद

राज्य में स्टेट काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग (एससीवीटी) के तहत चलने वाले आईटीआई अब बंद हो सकते हैं। सरकार के निर्देशों पर ऐसे आईटीआई में अब नए एडमिशन नहीं हो रहे हैं। श्रम एवं सेवायोजन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि सरकार कोई आईटीआई बंद नहीं कर रही है। एससीवीटी के तहत संचालित आईटीआई को एनसीवीटी के मानकों के तहत लाया जा रहा है, जिससे युवाओं का भविष्य सुरक्षित किया जा सके। वेडनसडे को सदन में बीजेपी विधायक चंदन राम दास ने आईटीआई को बंद करने संबंधी मसला उठाया। संबंधित मंत्री ने कहा कि स्टेट में अभी दो तरह की आईटीआई संचालित हो रही हैं। मीडिया से बातचीत में कैबिनेट मंत्री ने कहा कि एससीबीटी की आईटीआई बंद की जा रही है। जिन स्थानों पर दो आईटीआई पास हैं, उन्हें एकीकृत किया जा रहा है।

यूकेडी का गैरसैंण में धरना

इधर, यूकेडी ने पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष त्रिवेंद्र सिंह पंवार के नेतृत्व मे भराड़ीसैण विधानसभा भवन के मेन गेट पर उपवास किया। इस दौरान भाजपा व कांग्रेस पर स्थाई राजधानी गैरसैंण के मुद्दे पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया। दल के मुख्य प्रवक्ता सतीश सेमवाल ने सरकार से मांग की कि 3 माह में भराड़ीसैण में राज्य स्तरीय शहीद स्मारक का निर्माण किया जाए। इस मौके पर अरुण शाह, गजपाल सिंह रावत, महिपाल सिंह रावत, सर्वेश्वर पुरोहित, केंद्रीय कार्यलय प्रभारी किशन सिंह रावत मौजूद रहे।