- दून में रिस्पना और बिंदाल के किनारे हैं 11 कच्ची बस्तियां

- सिंचाई विभाग दे रहा बस्तियां खाली करने का आदेश, नहीं हो रहा पालन

देहरादून,

दून में प्री मॉनसून की बारिश शुरू हो चुकी है। सैटरडे सुबह हुई तेज बारिश संकेत दे रही है कि इस बार मॉनसून की दस्तक जबरदस्त हो सकती है। मौसम विभाग ने नॉर्मल डेट से पहले ही मॉनसून आने की संभावना जताई है। आमतौर पर दून में 22 जून के आसपास मॉनसून आता है, लेकिन इस बार 16 जून से पहले मॉनसून आ सकता है, यानी कि 4 या 5 दिन के बाद मॉनसून दस्तक देने वाला है। इसके बावजूद मॉनसून के लिए तैयारियां जरूरत से कम नजर आ रही हैं। खासकर सिटी में नदियों और बड़े नालों के आसपास रहने वालों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट करने की कोई कारगर व्यवस्था नहीं हो सकी है।

हजारों लोग नालों के किनारे

दून सिटी में रिस्पना और बिंदाल नदियों के अलावा कई बड़े नाले हैं, जिनके किनारे बस्तियां बसी हुई हैं। ऐसी बस्तियों की कुल संख्या 33 बताई गई है, जिन्हें बरसात में पानी बढ़ने का खतरा पैदा हो सकता है। बरसात के दिनों में अचानक तेज बारिश के कारण इन बस्तियों के खतरा पैदा हो जाता है। इसके बावजूद मॉनसून आने से पहले यहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट करने की ठोस व्यवस्था नहीं की गई है।

खाली करने के आदेश

जिला प्रशासन के आदेश पर इरिगेशन डिपार्टमेंट ने इस तरह की सभी बस्तियों में लोगों को बस्ती खाली करने का आदेश दिया है। लेकिन, इन बस्तियों में रहने वाले लोग बस्ती खाली करके कहां जाएंगे, इसकी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। ऐसे में लोग सरकारी आदेश के बावजूद अब तक किसी ने अपना घर खाली नहीं किया है।

नालों की सफाई भी अधूरी

बरसात शुरू होने से पहले नालों की सफाई का काम भी पूरा नहीं हो पाया है। हालांकि नगर निगम ने लगातार नालों की सफाई का दावा कर रहा है। मेयर सुनील उनियाल गामा के अनुसार नाला गैंग लगातार बड़े नालों की सफाई में जुटी हुई है। लेकिन, सिटी एरिया में आने वाले बड़े नालों की संख्या नगर निगम के अनुसार 60 है, जबकि नाला गैंग में करीब 70 कर्मचारी हैं। ऐसे में सभी नालों की सफाई करना संभव नहीं हो पा रहा है।

पुराने नालों में पर कई बस्तियां

दून में कई ऐसे रिहायशी इलाके हैं, जो पिछले कुछ सालों में नालों पर बस गये हैं। बरसात के दिनों में कई बार बंद हो चुके इन नालों में उफान आ जाता है। इससे घरों पर पानी घुस जाने से लोगों का नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसी जगहों पर सुरक्षा के उपाय करना संभव नहीं हो पाता।

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जिला प्रशासन की ओर से सभी संबंधित विभागों को बरसात से पहले सुरक्षा के उपाय करने के लिए कहा गया है। नदियों और नालों के किनारे से बस्तियों को खाली करवाने के लिए कहा गया है। इरिगेशन डिपार्टमेंट इस पर काम कर रहा है।

दीपशिखा रावत

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी