-गंगोत्री के 14, यमुनोत्री व केदारनाथ के 15 और बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए 18 नवंबर को होंगे बंद

देहरादून, 3 नवम्बर (ब्यूरो)। 31 अक्टूबर तक चारधाम यात्रा पर आने वाले देश-दुनियों के यात्रियों की संख्या 5217177 रही है। बदरीनाथ-केदारनाथमंदिर समिति के मुताबिक इस बार केदारनाथ की यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की संख्या में खासा इजाफा देखने को मिला। उम्मीद की जा रही है कि अगले 16 दिनों तक यात्रा उफान पर रहेगी। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कड़ाके की ठंड के बावजूद वर्तमान में रोजाना यात्रा पर पहुंचने यात्रियों की संख्या रोजाना करीब 20 से 22 हजार तक पहुंच रही है। चारधाम यात्रा पर एक नजर

बदरीनाथ धाम
-कपाट खुलने की तिथि--27 अप्रैल
-अब तक पहुंचे यात्री -1720514
-कपाट बंद की तिथि- 18 नवंबर

केदारनाथ धाम
-कपाट खुलने की तिथि--25 अप्रैल
-अब तक पहुंचे तीर्थयात्री--1898161
-कपाट बंद होने की तिथि--15 नवंबर भैया दूज

गंगोत्री धाम
-कपाट खुलने की तिथि 22 अप्रैल
-अब तक पहुंचे 890441 यात्री
-कपाट बंद की तिथि 14 नवंबर

यमुनोत्री धाम
-कपाट खुलने की तिथि--22 अप्रैल
-अब तक पहुंचे यात्री-- 727359
-कपाट बंद तिथि-15 नवंबर भैया दूज पर

बदरीनाथ व केदारनाथ धाम पहुंचे 3618675 यात्री
इस बार जहां रिकॉर्ड की संख्या में चारधाम यात्रा पर श्रद्धालुओं की संख्या पहुंची है। वहीं, एक नवंबर तक बदरीनाथ व केदारनाथ पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या 3618675 तक रही है। करीब 60 परसेंट तक यात्री अकेले इन दो धामों में पहुंचे हैं। जबकि, 1 नवंबर तक गंगोत्री व यमुनोत्री पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 1613991 रही है। इस प्रकार से 31 अक्टूबर तक चारधाम यात्रा पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की तादाद 5217177 रही है।

हेलीकॉप्टर से पहुंचे 129872 यात्री
केदारनाथ में हेलीकॉप्टर से इस बार यात्रा भी उफान रही। अब तक हेलीकॉप्टर से यात्रा पर पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या 129872 रही। इस बार केदारनाथ यात्रा के लिए करीब 9 हेली कंपनियां अपनी सेवाएं दे रहे हैं। मानसून के दौरान कुछ दिनों के लिए हेली सेवाएं बाधित रहीं। लेकिन, एक बार फिर से हेलीकॉप्टर से यात्रा शुरू हो चुकी है।

चारधाम यात्रा विशेष-
-चारों धामों में मौसम हुआ सर्द।
-यात्रा मार्ग पर बर्फबारी के बावजूद यात्रा सुचारू
-यात्रा पर आने के लिए गर्म कपड़े जरूरी

20 मई को हो चुके हैं हेमकुंड के कपाट बंद
हेमकुंड-लोकपाल तीर्थ के कपाट 20 मई को खुले, लेकिन बीते 11 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे धाम के कपाट बंद हो गए। हेमकुंड साहिब ट्रस्ट के आंकड़ों के मुताबिक हेमकुंड पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या 262351 तक रही है।

रुद्रनाथ के कपाट 18 अक्टूबर को हुए बंद
चतुर्थ केदार रुद्रनाथ के कपाट सैटरडे 20 मई को खुले। बुधवार 18 अक्टूबर सुबह रुद्रनाथ के कपाट सुबह आठ बजे कपाट बंद हो गये हैं। विग्रह मूर्ति 20 अक्टूबर को गोपीनाथ मंदिर गोपेश्वर पहुंच गयी है। इस प्रकार से द्वितीय केदार मद्महेश्वर के कपाट 22 मई को श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए खुले। जबकि, अब 22 नवंबर को कपाट शीतकाल के लिए बंद होंगे। अब तक यहां 12 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन किये।

1 नवंबर को कपाट बंद
तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट 26 अप्रैल को खुले। कपाट बंद होने तक एक लाख छत्तीस हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किये। तुंगनाथ के कपाट गत 1 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद हो गए। 3 नवंबर को शीतकालीन पूजास्थल मार्केंडय मंदिर मक्कूमठ पहुंच रही है।

केंद्रीय मंत्री ने किए बदरी-केदार के दर्शन
केंद्रीय पंचायती राज राज्य मंत्री कपिल मोरेश्वर पाटिल ने थर्सडे को सपरिवार बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के दर्शन किए। उनके साथ मुंबई सांसद मनोज कोटक व अन्य भी मौजूद रहे। टेंपल कमेटी के ओएसडी आरसी तिवारी केंद्रीय मंत्री व सांसद का वेलकम किया।

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