देहरादून (ब्यूरो) वेबसाइट पर दिए गए फोन नंबर पर जब उन्होंने संपर्क किया तो तरुण जायसवाल नामक व्यक्ति ने खुद को मैक डोनाल्ड का कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजर बताया। फ्रेंचाइजी लेने की प्रक्रिया बताते हुए आवेदन करने को कहा। आरोप हैं कि आरोपी ने फ्रेंचाइजी रजिस्ट्रेशन की फीस, सिक्योरिटी डिपोजिट, लाइसेंस नंबर के डिटेल के लिए एप्लीकेशन फॉर्म ईमेल से भेजा। इसके बाद आरोपियों ने तमाम मोबाइल नंबरों से शिकायकर्ता को फोन के जरिए फ्रेंचाइजी देने के नाम पर अलग-अलग अकाउंट में 24 लाख 30 हजार 500 रुपए मंगवाए। फिर, इसके बाद आरोपी के फोन स्विच ऑफ हो गए। पीडि़त की तहरीर पर साइबर थाना दून में गत 15 फरवरी को केस दर्ज हुआ। उसके बाद इसकी जांच इंसपेक्टर त्रिभुवन रौतेला को सौंपी गई।

सेंट्रल जेल दुर्ग छत्तीसगढ़ में थे बंद
जांच के दौरान पता चला कि आरोपियों ने फर्जी वेबसाइट बनाकर फ्रेंचाइजी देने के नाम पर देश के तमाम राज्यों में ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है। साइबर ठगों की गिरफ्तारी के लिए जांच टीम ने देश के कई राज्यों में दबिश दी। इसी बीच पता चला कि घटना में शामिल आरोपी रामप्रवेश प्रसाद व उसका बेटा सूरज कुमार दोनों निवासी भवानी बीघा वारिसलीगंज जिला नवादा बिहार को छत्तीसगढ़ पुलिस की ओर से एक मुकदमे में गिरफ्तार किया है। ये भी पता चला कि दोनों आरोपी मौजूदा समय में सेंट्रल जेल दुर्ग छत्तीसगढ़ में बंद हैं। इसके बार जांच टीम ने आरोपियों के खिलाफ बी वारंट लिया। जिन्हें पुलिस टीम दून लेकर आई। पूछताछ में पता चला कि सूरज ने दिल्ली से कंप्यूटर की ट्रेङ्क्षनग की थी। इसके बाद वह अपने दस्तावेजों से वेबसाइट बनाकर फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर ठगी की घटनाओं को अंजाम देते हैं।

कार से आते हैं चोरी करने, दो आरोपी गाजियाबाद से अरेस्ट
देहरादून, क्लेमेंट टाउन थाना पुलिस ने दो ऐसे चोरों को गिरफ्तार किया है, जोघटना से अंजाम देने के लिए बाकायदा कार से निकलते थे। पुलिस ने इस हाईप्रोफाइल चोरों की गिरफ्तारी गाजियाबाद से की है। उनके खिलाफ कई राज्यों में चोरी व छीनाझपटी के मुकदमे दर्ज हैं। 10 दिसंबर को युद्धवीर ङ्क्षसह तोमर निवासी क्लेमेंट टाउन ने शिकायत दी कि 7 दिसंबर को वह परिवार सहित बेटी के पास हरियाणा गए हुए थे। जब वापस आए, देखा कि मुख्य गेट के ताले टूटे हुए थे। घर के अंदर सामान बिखरा पड़ा हुआ था और अलमारी टूटी हुई थी।

कार का पीछा कर गाजियाबाद पहुंची पुलिस
पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो उसमें दो युवक जाते हुए नजर आए। आगे जाकर वह एक कार में बैठकर गाजियाबाद पहुंचे। पुलिस आरोपियों का पीछा करते हुए गाजियाबाद पहुंची। जहां से आरोपी शाहरुख व वसीम निवासी वेव सिटी डासना जनपद गाजियाबाद यूपी को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से कार व चोरी की नकदी 10 हजार सहित कुछ अन्य सामान बरामद किया गया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि दोनों तमाम शहरों में दिन में घूम कर बंद मकानों की रेकी करते हैं। उसके बाद जो मकान बंद दिखाई देता है, उसी में रात में आकर चोरी करते हैं। पुलिस को ये भी पता चला कि घटना वाले दिन वह पांच लोग चोरी करने आए थे। चोरी की घटना के लिए वह अपनी कार से आते हैं। चोरी करने के लिए दो या तीन लोग जाते हैं। जहां चोरी करते हैं, वहां से एक किमी दूर कार खड़ी कर पैदल चोरी करने जाते हैं। चोरी करने के बाद फिर दो-तीन घंटे आसपास छुपे रहते हैं। उसके बाद गाड़ी बुलाकर वापस चले जाते हैं। एसएसपी अजय ङ्क्षसह ने बताया कि चोर कई राज्यों में चोरी व छीनाझपटी की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। फरार चल रहे तीन आरोपियों की तलाश की जा रही है।

dehradun@inext.co.in