देहरादून (ब्यूरो)एनजीटी के आदेश के क्रम में रिस्पना के किनारे वर्ष 2016 के बाद किए गए अतिक्रमण का ध्वस्तीकरण शुरू हो गया है। रिस्पना के किनारों पर 27 मलिन बस्तियों के सर्वे में वर्ष 2016 के बाद 524 अतिक्रमण पाए गए। जिनमें 89 अतिक्रमण नगर निगम की भूमि पर, जबकि 12 नगर पालिका मसूरी और 11 राजस्व भूमि पर पाए गए। दूसरी तरफ नगर निगम के नियंत्रण में रिवर फ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के लिए जिस भूमि को एमडीडीए के नियंत्रण में दिया गया था, उस पर 414 से अधिक अतिक्रमण होने की बात सामने आई है। आपत्तियों की सुनवाई के बाद 74 अतिक्रमण की अंतिम सूची तैयार की गई। जिन पर सोमवार को कार्रवाई शुरू की गई। बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी सुबह करीब आठ बजे डालनवाला थाने में एकत्रित हुए।

आज दीपनगर में होगी कार्रवाई
नगर निगम की टीम शेष अतिक्रमण हटाने के लिए आज दीपनगर जाएगी। यहां पुलिस बल की मौजूदगी में चिह्नित अतिक्रमण को ध्वस्त किया जाएगा। टीम जेसीबी के साथ सुबह बस्तियों में पहुंचेगी। इसे लेकर पहले ही मुनादी भी करा दी गई है। जिसमें चिह्नित अतिक्रमण को स्वयं हटाने के निर्देश दिए गए हैं।

अगले हफ्ते से एमडीडीए शुरू कर सकता है ध्वस्तीकरण
रिस्पना के किनारे रिवर फ्रंट डेवलपमेंट की जमीनों पर करीब 414 अतिक्रमण हैं। जिन पर एमडीडीए को कार्रवाई करनी है। पिछले एक सप्ताह से एमडीडीए की ओर से संबंधितों को नोटिस तामील कराए जा रहे हैं। अब नोटिस के विरोध में दर्ज आपत्तियों को सुना जा रहा है। सोमवार को एमडीडीए के पास 250 से अधिक आपत्तियां प्राप्त हुई हैं। जिनमें दस्तावेजों की जांच की जा रही है। दावा गलत पाए जाने पर अगले सप्ताह से एमडीडीए ध्वस्तीकरण शुरू कर सकता है। ढाकपट्टी, काठबंगला, तरला नागल, वीर गब्बर ङ्क्षसह बस्ती आदि क्षेत्रों में सर्वाधिक अतिक्रमण चिह्नित किए गए हैं।

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