अनाथ बच्चों के लिए एमबीबीएस की 11 व बीडीएस की दो सीट रिजर्व

देहरादून,

बाल गृहों में रह रहे अनाथ बच्चों के लिए अब मेडिकल कॉलेजों में सीटें रिजर्व रहेंगी। राज्य कोटा के तहत उनके लिए सीटें रिजर्व की गई हैं। यह व्यवस्था इसी सत्र से लागू कर दी गई है। महाराष्ट्र के बाद उत्तराखंड दूसरा ऐसा राज्य है, जहां इस तरह का रिजर्वेशन दिया जा रहा है।

तीन गवर्नमेंट व दो निजी मेडिकल कॉलेज

स्टेट में तीन गवर्नमेंट व दो निजी मेडिकल कॉलेज हैं। जिनमें एमबीबीएस की 725 सीट हैं। इसके अलावा दो निजी डेंटल कॉलेज हैं। जहां बीडीएस की 200 सीट हैं। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेजों में 85 फीसद सीट स्टेट काउंसिलिंग के माध्यम से भरी जाती हैं। जबकि निजी मेडिकल कॉलेज/डेंटल कॉलेज में सभी दाखिले स्टेट काउंसिलिंग से होते हैं। निजी कॉलेजों में 50 परसेंट सीट स्टेट कोटा व 50 फीसद ऑल इंडिया-मैनेजमेंट कोटा की होती हैं। एचएनबी उत्तराखंड मेडिकल एजुकेशन यूनिवर्सिटी के एग्जाम कंट्रोलर प्रो। विजय जुयाल ने बताया कि अनाथ बच्चों के लिए एमबीबीएस की 11 व बीडीएस की दो सीट रिजर्व की गई हैं।

कितनी सीटें रिजर्व-

एमबीबीएस

दून मेडिकल कॉलेज-03

श्रीनगर मेडिकल कॉलेज- 02

हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज- 02

एसजीआरआर मेडिकल कॉलेज- 02

हिमालयन इंस्टीट्यूट जौलीग्रांट- 02

बीडीएस

सीमा डेंटल कॉलेज- 01

उत्तरांचल डेंटल कॉलेज-01

आज से सीटों का आवंटन शुरू

स्टेट में मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में एडमिशन प्रक्रिया जारी है। नीट-यूजी की स्टेट काउंसलिंग का फ‌र्स्ट फेज छह नवंबर से शुरू हुआ है। इस बार पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। स्टेट मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद फ्राइडे से सीटों का आवंटन शुरू होने जा रहा है। जो कि 18 नवंबर तक दाखिले होंगे। स्टेट में तीन गवर्नमेंट और दो निजी मेडिकल कॉलेज हैं, जिनमें एमबीबीएस की 725 सीट हैं। इसके अलावा दो निजी डेंटल कॉलज हैं। जहां बीडीएस की 200 सीट हैं। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेजों में 85 परसेंट सीट स्टेट काउंसिलिंग के माध्यम से भरी जाती हैं, जबकि निजी मेडिकल कॉलेज,डेंटल कॉलेज में सभी एडमिशन स्टेट काउंसलिंग से होते हैं। निजी कॉलेजों में 50 परसेंट सीट स्टेट कोटा व 50 परसेंट ऑल इंडिया-मैनेजमेंट कोटा की होती हैं।