-परिवहन महासंघ के गठन के बाद परिवहन की मुलाकात

-महासंघ बोला, नया एक्ट है काला कानून, एक वर्ष तक मिले राहत

देहरादून, नए मोटर व्हीकल एक्ट के खिलाफ 11 सितंबर को परिवहन महासंघ ने राज्यव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है। बताया गया है कि इसके तहत किसी भी तरह के कॉमर्शियल वाहन सड़कों पर नहीं चलेंगे। इधर, मंडे को महासंघ के पदाधिकारियों ने परिवहन सचिव शैलेश बगोली से भी मुलाकात की। कहा, मंदी के दौर में उत्तराखंड में फिलहाल एक वर्ष तक इस एक्ट के तहत वाहन ओनर्स को राहत दी जाए। दूसरी ओर ऋषिकेश में भी महासंघ की बैठक में आंदोलन की रणनीति के साथ ही 11 सितंबर को हड़ताल पर मुहर लगी।

मंदी का दिया हवाला

नए व्हीकल एक्ट को लेकर उत्तराखंड में विरोध शुरू हो चुका है। विरोध के लिए उत्तराखंड परिवहन महासंघ का गठन किया गया है। महासंघ के उपाध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल का कहना है कि अधिनियम में जुर्माने की राशि में जबरदस्त वृद्धि की गई है। जिससे कॉमर्शियल मोटर व्हीकल स्वामियों का अब वाहन चलाना असंभव हो गया है। जबकि वर्तमान समय में देशभर मं ऑटो सेक्टर में मंदी का दौर जारी है। जबकि पहले ही मोटरवाहन ओनर इंश्योरेंस, फिटनेस फीस, परमिट, लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन के बढ़ी हुई दरों के कारण मार झेल रहे हैं। ऐसे में नए एक्ट को बर्दाश्त किया जाना संभव नहीं है। निर्णय लिया गया है कि 11 सितंबर को कॉमर्शियल व्हीकल नहीं चलाये जाएंगे। उपाध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल का कहना है कि चाहे वाहन घरों में खड़े क्यों न करने पड़ें। विरोध किया जाएगा। इस बावत परिवहन सचिव से मुलाकात के दौरान कई डिमांड्स उनके सामने रखी गई।

ये हैं व्हीकल्स ओनर्स की डिमांड

-एक वर्ष तक नए अधिनियम से राहत दी जाए।

-उसके बाद समीक्षा के बाद हो लागू।

-कॉमर्शियल वाहनों का पुलिस से चालान काटने का अधिकार समाप्त हो।

-पुलिस एक्ट की आड़ में करती है कॉमर्शियल वाहनों का शोषण।

-सवारी गाड़ी में कंडेक्टर के लाइसेंस में अर्हताएं समाप्त की जाएं।

-ड्राइवर के शराब पीने पर एक्सीडेंट में गाड़ी सीज न की जाए।

-गाड़ी को ड्राइवर की जमानत से पहले ही छोड़ दिया जाए।

महासंघ का गठन

दो दिन पहले एक्ट के विरोध में उत्तराखंड परिवहन महासंघ का गठन हुआ। जिसमें संरक्षक दिनेश बहुगुणा, अध्यक्ष सुधीर राय, कोषाध्यक्ष मनोज ध्यानी व दो उपाध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल और महावीर बहुगुणा चुने गए। इसके अलावा महासचिव के पद पवर सत्यदेव उनियाल और दो मेंबर्स भगवान सिंह राणा व संजय अरोड़ा चुने गए।