DEHRADUN: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भारत सरकार की गाइडलाइन के तहत कोविड-19 वैक्सीनेशन को लेकर आयोजित बैठक में एम्स प्रशासन ने इसकी रूपरेखा पर चर्चा की। संस्थान में कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर किए जाने वाले वैक्सीनेशन के कार्य के व्यवस्थित संचालन के लिए निदेशक एम्स पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत की देखरेख में कमेटी का गठन किया गया है। जिसमें विभिन्न विभागों के डॉक्टरों को शामिल किया गया है। अगले वर्ष जनवरी अंतिम सप्ताह में यहां वैक्सीनेशन की संभावना है।

एक सप्ताह में पूरी करें तैयारियां

बैठक में एम्स में निदेशक ने बताया कि भारत सरकार की दिशा निर्देश के तहत पहले चरण में हेल्थ केयर वर्कर डॉक्टर, नर्सिंग ऑफिसर्स व अन्य सहायक स्टाफ मेंबर्स को कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए वैक्सीन लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि संस्थान में प्रथम चरण के वैक्सीनेशन के कार्य के लिए एक भवन को चिह्नित कर लिया गया है। निदेशक प्रो। रवि कांत ने बताया कि संस्थान में कोविड वैक्सीनेशन का कार्य जनवरी-2021 के अंतिम सप्ताह से शुरू होने की संभावना है। इसके मद्देनजर उन्होंने संबंधित डॉक्टरों को वैक्सीनेशन के लिए सभी तैयारियां एक सप्ताह में पूर्ण कराने के निर्देश दिए हैं। बैठक में वैक्सीनेशन के लिए समिति का गठन किया गया। जिसकी चेयरपर्सन सीएफएम विभागाध्यक्ष प्रो। वर्तिका सक्सेना हैं। जबकि कम्युनिटी एंड फेमिली मेडिसिन विभाग के डॉ। योगेश, डॉ। महेंद्र सिंह, डॉ। अजीत भदौरिया, डॉ। मीनाक्षी खापरे, डॉ। संतोष कुमार, डॉ। स्मिता सिन्हा, क्रीटिकल केयर विभाग के डॉ। अंकित अग्रवाल, फार्माकोलॉजी विभाग के डॉ। पुनीत धमीजा, एनाटॉमी विभाग की डॉ। गीतांजलि खोरवाल, जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल व मुख्य सुरक्षा अधिकारी पीएस राणा को इस कमेटी का सदस्य नामित किया गया है। कमेटी के सलाहकार मंडल में डीन एकेडमिक प्रो। मनोज गुप्ता, मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रो। लतिका मोहन व डीन हॉस्पिटल अफेयर्स प्रो। यूबी मिश्रा को शामिल किया गया है।