- ऑक्सीजन की कम आवश्यकता वाले मरीजों को किया जा रहा

कोविड केयर सेंटर शिफ्ट

देहरादून,

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में ऑक्सीजन पाइप लाइन में प्रेशर की समस्या पैदा हो गई है। जिसके निदान के लिए एम्स ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। एम्स ने फिलहाल ऑक्सीजन की आवश्कता वाले नए मरीजों की भर्ती बंद कर दी है। ऑक्सीजन की कम आवश्यकता वाले मरीजों को गढ़वाल मंडल विकास निगम के होटल में बने कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट किया जा रहा है। इस सेंटर में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की सुविधा है।

शॉर्ट-आउट की जा रही प्रॉब्लम

एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि एम्स के पास ऑक्सीजन की कोई समस्या नहीं है। यहां ऑक्सीजन स्टोरेज प्लांट है। वर्तमान में एम्स के सभी आइसीयू बेड फुल हैं। यहां जितने भी ऑक्सीजन सुविधा वाले बेड हैं, उनके सभी ऑक्सीजन प्वाइंट्स पिछले लंबे समय से एक्टिव हैं। इससे वर्तमान में लो प्रेशर की समस्या पैदा हो गई है। संस्थान की टीम ऑक्सीजन प्रेशर बढ़ाने का प्रयत्न कर रही है। जिसके लिए लाइन में मॉडिफिकेशन भी किया जा रहा है। जिन मरीजों को पांच लीटर तक ऑक्सीजन की आवश्यकता है, उन्हें विकल्प के रूप में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दिया जाएगा। जिसके लिए ऋषिकेश कोविड केयर सेंटर में ऐसे मरीजों को शिफ्ट किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि एम्स में वर्तमान में 660 बेड हैं। जिनमें करीब 100 बेड बिना ऑक्सीजन सुविधा वाले हैं। फिलहाल ऑक्सीजन प्रेशर की समस्या सामान्य होने तक एम्स ने नए ऑक्सीजन की आवश्यकता वाले मरीजों की भर्ती बंद कर दी है।