- केदारनाथ में पहले चरण के पुनर्निर्माण कार्य 31 दिसंबर तक होंगे पूरे

- सीमा पर सड़कों को दुरुस्त करने को लेकर केंद्र से चल रही है बातचीत

DEHRADUN: चीन के साथ मतभेद के चलते सरकार सीमांत सड़कों को दुरुस्त करने की कवायद कर रही है। इसके लिए सीमा पर सड़कों के रखरखाव और पुनर्निर्माण के मानकों में उत्तराखंड सरकार शिथिलता चाहती है। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने कहा कि इस मामले में केंद्र सरकार से बातचीत की जा रही है। उन्होंने बताया कि केदारनाथ में पहले चरण के पुनर्निर्माण कार्य इसी साल 31 दिसंबर तक पूरे होंगे।

केंद्रीय गृह सचिव से होगी वार्ता

चीन के साथ तनाव को देखते हुए प्रदेश सरकार सीमांत क्षेत्रों में सड़कों की दशा सुधारने पर जोर दे रही है। इससे सैन्य वाहनों और अन्य जरूरी सामग्री की आवाजाही सुगमता से हो सकेगी। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने कहा कि अभी केंद्र सरकार के मानक इन सड़कों के रखरखाव व पुनर्निर्माण के आड़े आ रहे हैं। इन्हें शिथिल करने के संबंध में शुक्रवार को मुख्य सचिव और केंद्रीय गृह सचिव के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वार्ता होगी। उन्होंने बताया कि केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यो के पहले चरण को पूरा करने पर जोर दिया जा रहा है। मंदाकिनी और सरस्वती नदियों के किनारे घाट बनाए जा रहे हैं। साथ ही बाढ़ सुरक्षा के उपाय भी किए गए हैं। तीर्थ पुरोहितों के लिए 104 में से 70 आवास बन चुके हैं। शेष आवासों का जल्द निर्माण करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। केदारनाथ में आदि गुरु शंकराचार्य की मूर्ति जल्द स्थापित की जाएगी। इसके लिए गढ़वाल मंडल विकास निगम के वहां स्थित कुछ भवनों को हटाया जाएगा। आदि गुरु शंकराचार्य की मूर्ति और अन्य भारी सामग्री केदारनाथ पहुंचाने को एयरफोर्स की मदद ली जाएगी।