देहरादून,(ब्यूरो): दून सिटी में यूं तो दूषित पानी की सप्लाई की कंप्लेन बहुत कम है, लेकिन कई बार पाइपलाइन लीकेज के कारण पानी दूषित हो जाता है। इस तरह की कंप्लेन लीकेज ठीक होने के बाद रिमूव हो जाती है, लेकिन सार्वजनिक स्थलों पर पानी के टैंकों का पानी कई बार गंदा होता है। इस पानी का प्रॉपर क्लोरोनाइजेशन न होने से पानी दूषित हो जाता है। दूषित पानी की वजह से कई तरह की बीमारियां हो जाती है। गर्मी के दिनों में यह समस्या कई गुना बढ़ जाती है। गंदा पानी पीने से डायरिया, टाइफाइड व बुखार समेत पेट संबंधी कई रोगों का सामना करना पड़ सकता है।

डायरिया समेत कई बीमारियों का खतरा
गंदा और दूषित पानी पीने से कई बार लोग बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। दून मेडिकल कॉलेज के सीनियर फिजिशियन कुमार जी। कॉल ने बताया कि गंदा व दूषित पानी पीने से टाइफायड, उल्टी दस्त, पेट दर्द, हैपेटाइटिस बी समेत पेट संबंधी कई बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। ज्यादा गर्मी में बाहर का पानी पीने से समस्या से घिर सकते हैं। उन्होंने सलाह दी है कि गर्मी में जगह-जगह का पानी नहीं पीना चाहिए। खासकर ढाबों आदि के पीने से बचें।

नहीं होता प्रॉपर क्लोरोनाइजेशन
सार्वजनिक स्थलों पर पीने के पानी के लिए लगाए गए प्याऊ यानि टैंक व टंकियों की प्रॉपर सफाई नहीं होती है और न ही समय-समय पर इनकी सफाई ही होती है। जल संस्थान से लेकर नगर निगम तक को इसको लेकर लापरवाह बना रहता है। सफाई के अलावा इस पानी के क्लोरीनेशन न होने से भी यह पानी पीने में शुद्ध नहीं होता है। इस पानी को पीने से अक्सर लोग बीमार हो जाते हैं। खासकर बरसात के सीजन में यह पानी बहुत ही हानिकारक साबित होता है, जिससे कई बार लोग बीमार भी पड़ जाते हैं।

पूरी प्यास नहीं बुझती
चिकित्सकों की मानें तो प्रॉपर क्लोरीनेशन न होने वाला पानी हाईजिनिक नहीं होता। यह पानी प्यास बुझा सकता है। इसमें मिनरल की मात्रा न के बराबर होती है। जिससे यह प्यास पूरी तरह नहीं बुझाता। व्यक्ति को बार-बार पानी की तलब लगती है।

लीकेज से दूषित हो जाता पानी
अक्सर पाइपलाइन में लीकेज के चलते ही पानी ज्यादातर गंदा व दूषित होता है। कई बार सीवर का पानी भी पाइपलाइन के लिए घरों तक पहुंच जाता है। इससे बीमारी की चपेट में आ सकते हैं। दूषित पानी पीने से बचें। यदि ऑल्टरनेट व्यवस्था नहीं है तो पानी को अच्छी तरह उबाल कर पिएं। सिटी में ज्यादातर कांवली रोड, मोहनी रोड, खुड़बुड़ा मोहल्ला, राजा रोड, धामावाला, गोविंदगढ़, चंदर नगर, दीप नगर, इंदिरा नगर खाला व चुक्खू मोहल्ले में कई बार साफ पानी मिलने से बड़ी समस्या रहती है।

गंदे पानी की यहां करें कंप्लेन
पेयजल समस्या या दूषित पानी को लेकर कंट्रोल रूम में फोन से शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। जल संस्थान की टीम शिकायत का संज्ञान लेकर मौके पर पहुंच कर शीघ्र समस्या का समाधान करेगी।

0135-2746137
नॉर्थ डिविजन, (कौलागढ़, राजपुर, अधोईवाला)।
0135-2742028
साउथ जोन, (दिलाराम, झंडा, धर्मपुर)
0135-2640888
पित्थूवाला डिविजन (इंदिरा नगर, बंगाली कोठी, पित्थूवाला -1, पित्थूवाला - 2)
18001804100
टोल फ्री नंबर में भी कर सके कंप्लेन

इन जगहों पर ज्यादातर शिकायतें
- कांवली रोड
- मोहनी रोड
- खुड़बुड़ा मोहल्ला
- राजा रोड
- धामावाला
- गोविंदगढ़
- चंदर नगर
- चुक्खू मोहल्ला
- दीप नगर
- इंदिरा नगर खाला

इन बातों का रखें विशेष ध्यान
- गंदे पानी आने पर तत्काल इसकी शिकायत करें
- दूषित पानी आने पर पानी को उबाल कर पिएं
- गंदे पानी का तत्काल सेवन न करें
- नलका डायरेक्ट पानी पीने से बचने का प्रयास करें।

दूषित पानी का नहीं परमानेंट सॉल्यूशन
शहर में कई इलाकों में दूषित पानी की सप्लाई होती है। कई बार कंप्लेन करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं होता है। इसका परमानेंट सॉल्यूशन ढूंढ़ा जाना चाहिए।
अंकित बाधवा

बरसात के सीजन में हमारे मोहल्ले में अक्सर दूषित पानी की शिकायत रहती है। यहां वर्षों पुरानी पाइपलाइन है, जो जगह-जगह से टूटी-फूटी है। इसे तत्काल बदलना जाना चाहिए।
हनीष कुमार

कुछ तो लीकेज के कारण दूषित पानी घरों तक पहुंच रहा है और कुछ जल संस्थान के टैंकों में सफाई न होने से। खासकर गर्मी में ओवर हेड टेंकों की सफाई होनी जरूरी है।
मिथलेश कुमार

सार्वजनिक स्टैंड पोस्ट का पानी पीने से हाल ही हमारे मोहल्ले के सात लोग बीमार पड़ गए। बाद में पता चला कि उन्होंने कांवली रोड पर बने सार्वजनिक टैंक से पानी पिया।
रमन पुंडीर

दूषित व गंदा पानी पीने से कई बीमारियां होने का खतरा रहता है। टाइफाइड, उल्टी दस्त, बुखार समेत पेट संंबंधी कई बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। इसलिए खासकर बरसात में गंदा पानी पीने से बचें। पीना है तो अच्छी तरह उबाल कर ही पिएं।
कुमार जी। कौल, सीनियर फिजिशियन, दून मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल

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